

फतेहपुर के हथगांव थाना क्षेत्र के अखरी गांव में तीन किसानों की हत्या ने एक नया मौड़ ले लिया है जिसने आसपास के गांव में सनसनी फैला दी है। पूरा मामला जानने के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
फतेहपुरः हथगांव थाना क्षेत्र के अखरी गांव में हुए तीन किसानों की हत्या के मामले ने अब राजनीतिक मोड़ ले लिया है। रविवार को भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने घटना को गहरी साजिश बताया और कहा कि इसमें एक भाजपा के पूर्व विधायक का नाम भी सामने आ रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, घटना 8 अप्रैल को हुई थी जब पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्ना सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर प्रधानी चुनाव की रंजिश में वर्तमान प्रधान रामदुलारी के दो पुत्र पप्पू सिंह, पिंकू सिंह उर्फ अनूप सिंह और नाती अभय प्रताप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
राकेश टिकैत ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि यदि 17 मई तक सुरक्षा, नौकरी और बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था नहीं की गई तो बड़ा धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने गवाहों की सुरक्षा की मांग करते हुए कहा कि अब तक 15 में से केवल 2 गवाह ही सामने आए हैं।
इस दौरान पूर्व विधायक के खिलाफ ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की। टिकैत ने मौके से ही प्रशासन को चेताया कि यदि गवाही देने वालों की सुरक्षा नहीं दी गई तो आंदोलन की जिम्मेदारी सरकार की होगी।
पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी निकेत भारद्वाज और उपनिरीक्षक रविंद्र सिंह को निलंबित कर दिया है। पूरे गांव में भारी पुलिस बल और पीएसी तैनात है।