लाल किले ब्लास्ट केस डिजिटल जाल में फंसा: Threema ऐप बना आतंकियों का गुप्त हथियार, जानें कैसे खुला राज
लाल किले के पास हुए ब्लास्ट की जांच अब Threema ऐप तक पहुँच चुकी है, जिसे आरोपी बात के लिए उपयोग कर रहे थे। यह ऐप न नंबर मांगता है, न ईमेल, जिससे पहचान पूरी तरह छिप जाती है। जांच एजेंसियों का मानना है कि यह मामला डिजिटल आतंकवाद के लिए चुनौतियों बन सकता है।