भारतीय पत्रकारों के साथ नेपाल में दुर्व्यवहार के विरोध में ज्ञापन, दोषियों पर कार्रवाई की मांग

नेपाल में भारतीय पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार और मारपीट की घटना को लेकर भारतीय पत्रकारों ने सोनौली बॉर्डर पर विरोध दर्ज करते हुए नेपाली प्रधानमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पढ़ें पूरी खबर

Post Published By: Deepika Tiwari
Updated : 14 September 2025, 5:49 PM IST
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सोनौली (महराजगंज):  नेपाल में सरकार द्वारा सोशल मीडिया बंद करने और बीते सप्ताह जेन-जी आंदोलन के दौरान भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन को कवर करने गए भारतीय पत्रकारों के साथ हुई अभद्रता और मारपीट की घटना को लेकर भारतीय पत्रकारों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया।

पत्रकारों की सुरक्षा

शनिवार को महराजगंज जनपद के भारत-नेपाल की सोनौली सीमा पर प्रेस क्लब महराजगंज के जिलाध्यक्ष अमित त्रिपाठी के नेतृत्व में दर्जनों भारतीय पत्रकारों ने नेपाल के लुंबिनी प्रेस क्लब रूपंदेही के अध्यक्ष कमल राय माझी को नेपाली प्रधानमंत्री सुशीला कार्की के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि नेपाल सरकार इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और भविष्य में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।

पत्रकारों के साथ हुआ दुर्व्यवहार अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण 

इस मौके पर भारत और नेपाल के पत्रकारों की संयुक्त बैठक नेपाल इमीग्रेशन कार्यालय पर आयोजित की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि दोनों देशों के मीडिया संस्थान आपसी संवाद और सहयोग बढ़ाकर इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए रणनीति तैयार करेंगे। बैठक को संबोधित करते हुए प्रेस क्लब महराजगंज के अध्यक्ष अमित त्रिपाठी ने कहा कि पत्रकार समाज का चौथा स्तंभ है और उसका काम सिर्फ सच को सामने लाना है। किसी भी देश का पत्रकार समाज को आईना दिखाने का कार्य करता है, ऐसे में नेपाल में कवरेज के दौरान भारतीय पत्रकारों के साथ हुआ दुर्व्यवहार अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। उन्होंने नेपाल सरकार से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद

लुंबिनी प्रेस क्लब के अध्यक्ष कमल राय माझी ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं, ऐसे में इस तरह की घटनाएं दोनों देशों के रिश्तों को ठेस पहुंचाती हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय पत्रकारों के साथ किया गया दुर्व्यवहार बेहद शर्मनाक है और नेपाल सरकार को तत्काल सख्त कदम उठाने चाहिए। इस अवसर पर भारतीय पत्रकारों में राहुल त्रिपाठी, अमितेश त्रिपाठी, आशीष सोनी, बृजेश गुप्ता, अनुज शुक्ला, आलोक जोशी, सुदेश त्रिपाठी, सहित बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे। वहीं नेपाल की ओर से लुंबिनी प्रेस क्लब के दीपेंद्र बड़वाल, नरेश केसी, माधव ढुंगाना, रविंद्र गुप्ता, मोहम्मद हबीब, प्रतिक पौडेल, राधेश्याम विश्वकर्मा, सलमान खान और मनोज छेत्री सहित कई पत्रकारों ने बैठक में भाग लिया।

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