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                        बलिया के नरही थाना क्षेत्र में रिमझिम बारिश ने त्रासदी का रूप ले लिया, जब पुरानी ईंट की दीवार अचानक भरभराकर गिर गई। मलबे में दबकर दो सगे भाई और एक अन्य किशोर गंभीर रूप से घायल हो गए। गांव में अफरा-तफरी का माहौल है।
 
                                            बारिश में ढही पुरानी दीवार
Ballia: जिले में लगातार हो रही रिमझिम बारिश के बीच शुक्रवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। नरही थाना क्षेत्र के बड़का खेत पलिया खास गांव में बारिश के दौरान अचानक एक पुरानी ईंट की दीवार भरभराकर गिर पड़ी। दीवार के गिरने से तीन किशोर उसके मलबे के नीचे दब गए। ग्रामीणों ने किसी तरह उन्हें बाहर निकाला और तुरंत अस्पताल पहुंचाया। हादसे में दो सगे भाइयों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, पलिया खास गांव के रहने वाले सुनील शर्मा के बेटे अमित शर्मा (18) और गोलू शर्मा (14) अपने मित्र सन्नी गोंड (15) पुत्र सुधीर गोंड के साथ शुक्रवार सुबह टीनशेड के नीचे सो रहे थे। सुबह के वक्त हल्की बारिश जारी थी, इसी दौरान अचानक बगल की पुरानी ईंट की दीवार ढह गई। दीवार इतनी तेज आवाज के साथ गिरी कि आस-पास के लोग चौंक उठे। जब तक कोई कुछ समझ पाता, तीनों किशोर मलबे में दब चुके थे।
हादसे के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने दौड़कर मौके पर पहुंचकर दीवार के मलबे को हटाना शुरू किया। करीब 15 मिनट की मशक्कत के बाद तीनों को बाहर निकाला गया। ग्रामीणों की मदद से उन्हें तुरंत सीएचसी नरही (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) पहुंचाया गया। वहां मौजूद डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद दो सगे भाइयों की स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें जिला चिकित्सालय बलिया रेफर कर दिया।
सीएचसी नरही के चिकित्सक ने बताया कि अमित शर्मा को सिर और छाती में गंभीर चोटें आई हैं जबकि उसके छोटे भाई गोलू शर्मा के पैर में फैक्चर है। दोनों को जिला अस्पताल भेजा गया है ताकि बेहतर इलाज मिल सके। तीसरा किशोर सन्नी गोंड को हल्की चोटें आई थीं, उसे प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह दीवार काफी पुरानी थी और पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण इसकी नींव कमजोर हो चुकी थी। शुक्रवार की सुबह हुई हल्की लेकिन लगातार बारिश से दीवार की मजबूती और घट गई, जिसके कारण यह अचानक गिर गई। गांव के लोगों ने बताया कि बारिश के मौसम में कई पुरानी दीवारें और टीनशेड जर्जर हालत में हैं, जो कभी भी गिर सकती हैं।
 
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
हादसे की जानकारी मिलते ही नरही थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने बताया कि मामला पूर्णतः दुर्घटना का है, किसी तरह की लापरवाही या आपराधिक साजिश का संकेत नहीं मिला है। फिलहाल पुलिस ने गांव के लोगों को बरसाती मौसम में पुरानी दीवारों और टीनशेड के पास रहने से बचने की सलाह दी है।
गांव में इस घटना के बाद से लोगों में भय का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार बारिश के कारण मिट्टी और दीवारें कमजोर हो गई हैं। कई घरों की छतों में दरारें पड़ चुकी हैं, जिससे किसी भी समय हादसा हो सकता है। गांव के बुजुर्गों ने प्रशासन से अपील की है कि ऐसे जर्जर मकानों का सर्वे कर जल्द कार्रवाई की जाए ताकि कोई बड़ा हादसा न हो।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से बलिया जिले में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। इस बारिश ने जहां किसानों के खेतों में नमी बढ़ाई है, वहीं कमजोर इमारतों और पुरानी दीवारों के गिरने की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। इससे पहले भी जिले के मनियर और दुबहड़ इलाके में दो मकानों की दीवारें गिरने से लोगों के घायल होने की खबरें आई थीं।
