

शारदा यूनिवर्सिटी में आज सोमवार से एग्जाम थे, लेकिन परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। दरअसल, ज्योति शर्मा सुसाइड केस में यह फैसला यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार लोगों ने लिया है। वहीं, दूसरी ओर आरोपियों को जेल भेज दिया है। कोर्ट ने दोनों आरोपियों को रविवार को जेल भेजा।
ज्योति शर्मा का फाइल फोटो
Greater Noida News: शारदा यूनिवर्सिटी में होने वाले एग्जाम स्थगित हो गए हैं। यह फैसला शारदा यूनिवर्सिटी प्रशासन ने लिया है। आज सोमवार से एग्जाम शुरू थे, लेकिन ज्योति शर्मा मौत मामले के बाद शारदा यूनिवर्सिटी प्रशासन ने तृतीय वर्ष की परीक्षाओं को स्थगित करने का निर्णय लिया है।
काफी छात्र-छात्राएं अपने घर वापस लौटे
अभी परीक्षाओं का कोई लिखित आयोजन नहीं होगा। नई परीक्षा तिथियों की घोषणा जल्द ही की जाएगी। वहीं, घटना के बाद से कई छात्र छात्राएं अपने घर लौट गए हैं, लेकिन उनका कहना है कि वे परीक्षा की नई तारीख का इंतजार कर रहे हैं, जिससे फिर से विश्वविद्यालय आ सकें।
आपको बता दें कि बीते 18 जुलाई शुक्रवार रात करीब 9:00 बजे शारदा यूनिवर्सिटी में मेडिकल की छात्रा ज्योति शर्मा ने हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसकी उम्र केवल 21 साल थी और बीडीएस की स्टूडेंट थी। ज्योति शर्मा सुसाइड मामले के बाद शारदा यूनिवर्सिटी में तनाव और दुःख का माहौल है। हर स्टूडेंट की जुबान पर सिर्फ ज्योति शर्मा का नाम है।
कोर्ट ने दोनों आरोपियों को भेजा जेल
पुलिस ने इस मामले में दो प्रोफेसरों को गिरफ्तार किया है। अदालत ने मानसिक प्रताड़ना के आरोप में सैरी वशिष्ठ और महिंदर सिंह चौहान को रविवार को जेल भेज दिया है। छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में इन दोनों प्रोफेसरों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था। उसकी शिकायत के आधार पर ही इन दोनों शिक्षकों को हिरासत में लिया गया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ
छात्रा का सुसाइड नोट भी पुलिस को मिला है, जिसमें उसने अपने जीवनलीला समाप्त करने का कारण मानसिक प्रताड़ना को बताया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण फंदे के कारण दम घुटना बताया गया है। यह संकेत भी मिल रहा है कि छात्रा ने अपने अंतिम कदम उठाने से पहले अपने अनुभवों और परेशानियों को लिखित रूप में व्यक्त किया होगा।
इन लोगों के नाम भी सामने आए
छात्रा के पिता रमेश ने इस घटना के लिए डेंटल साइंस विभाग के डीन प्रो. (डॉ.) एम. सिद्धार्थ, विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. आशीष चौधरी, प्रो. डॉ. अनुराग, सहायक प्रोफेसर सुरभी और सैरी वशिष्ठ आदि शिक्षकों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। इन आरोपों के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों प्रोफेसरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।