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आगरा में युवक का शव पेड़ से लटका मिलने पर सनसनी फैल गयी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मौके पर पुलिस और ग्रामीण
आगरा: ताजनगरी आगरा में उस वक्त सनसनी फैल गयी जब ग्रामीणों ने बुधवार सुबह एक युवक का शव पेड़ से लटका देखा। पूरा मामला खंदौली क्षेत्र का है, मृतक युवक की पहचान बास मोहन सहाय के रहने वाले 20 वर्षीय आयुष के रुप में हुई हैं।
पिछले कुछ समय से आयुष अपनी ननिहाल बहरामपुर में रहता था। मृतक के परिजनों का कहना है कि संपत्ति बंटवारे को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। हाल ही में समझौता हुआ था और संपत्ति आयुष के नाम हुई थी और यही उसकी मौत का कारण बन गयी, परिजनों ने कहा ये मामला आत्महत्या का नहीं ब्लकि हत्या का है, पुलिस को कल रात की गुमशुदगी की रिपोर्ट दे दी गई थी, पुलिस की लापवाही और संपत्ति विवाद के चलते ही आयुष की हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया गया।
मंगलवार को जब आयुष का फोन बंद मिला। परिजनों ने काफी खोजबीन की और थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। बुधवार सुबह आयुष का शव पेड़ से लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के साथ शव को कब्जे में लिया।
इस घटना से नाराज ग्रामीणों का गुस्सा फूटा और पुलिस चौकी पर शव रखकर आगरा-जलेसर मार्ग जाम कर दिया। पुलिस की घंटो की मशक्कत के बाद कहीं जाकर ग्रामीणों को कड़ी कार्रवाई का आश्वासन के बाद जाम को खुलवाया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार एसीपी एत्मादपुर पीयूष कांत राय ने बताया मामले अभीतक कोई तहरीर प्राप्त नही हुई है, तहरीर मीलने पर कार्रवाई की जाएगी, वहीं जब उनसे पूछा गया कि परिजन मामले में हत्या का आरोप लगा रहे और उनके द्वारा गुमशुदगी की भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, तब एसपी ने कहा मामले में गुमशुदगी की तहरीर मिली थी उसी के आधार पर अभियोग पंजीकृत कर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
पूरे मामले ताजनगरी की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवालियां निशान जरुर खड़े कर दिये है, क्योकि जब पुलिस को युवक के गुमशुदगी की तहरीर कल रात ही मिल गई थी तो क्यों नही युवक की तत्परता से तलाश की गई अगर पुलिस शुरु से पूरे मामले को लेकर एक्टिव होती तो युवक जिंदा होता।