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गोरखपुर-महराजगंज सीमा स्थित अकटहवा पुल पर सोमवार को हुई फायरिंग और मारपीट की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। मामूली विवाद से शुरू हुई झड़प गैंगवार में बदल गई। हमलावरों ने खुद को ‘रेड’ और ‘एके-47’ गैंग का सदस्य बताते हुए दहशत फैलाई।
पीपीगंज थानाध्यक्ष लाइन हाजिर
Maharajganj: पीपीगंज थाना क्षेत्र के अकटहवा पुल पर सोमवार को हुई फायरिंग और मारपीट की घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मामूली विवाद से शुरू हुई कहासुनी हिंसा में बदल गई। इस दौरान सात लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जबकि हमलावरों ने हवाई फायरिंग कर पूरे इलाके में दहशत फैला दी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सोमवार दोपहर करीब एक बजे अकटहवा गांव के पास स्थित एक ई-लाइब्रेरी में छात्र अभिजीत और शनि पढ़ाई कर रहे थे। तभी 30 से अधिक युवक बाइक और स्कॉर्पियो से पहुंचकर लाइब्रेरी में घुस गए और दोनों छात्रों पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। हमलावरों ने दोनों को पिटाई करते हुए करीब 100 मीटर दूर अकटहवा पुल तक घसीट लिया। जब ग्रामीणों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो उन पर भी हमला किया गया।
घटना में घायल ग्रामीणों में डोमरा गांव के ध्रुवचंद, अभिषेक, शिवनारायण, अंकित, सचिन और भरवल गांव के बलबल यादव शामिल हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने खुद को “रेड” और “एके-47 गैंग” का सदस्य बताते हुए धमकाया कि “हमसे पंगा लिया तो पूरा गांव खामोश हो जाएगा।”
घटना स्थल गोरखपुर और महराजगंज की सीमा पर होने के कारण शुरुआती समय में क्षेत्राधिकार को लेकर भ्रम की स्थिति बनी रही। पहले महराजगंज पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन जांच में स्पष्ट हुआ कि वारदात की शुरुआत पीपीगंज थाना क्षेत्र में हुई थी।
डीआइजी डॉ. एस. चनप्पा के निर्देश पर मंगलवार को पीपीगंज पुलिस ने 15 नामजद और 10 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या की कोशिश, बलवा और सेवन सीएलए एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लिया है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी कार्यालय ने भी रिपोर्ट तलब की है। एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने सीओ कैंपियरगंज और महराजगंज के सीओ सदर के साथ मौके का निरीक्षण किया और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।
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इधर, मामले में लापरवाही बरतने पर पीपीगंज थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर प्रभु दयाल सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है, जबकि सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार को नया थाना प्रभारी बनाया गया है। डीआइजी ने कहा कि इस तरह की आपराधिक मानसिकता को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को जेल भेजा जाएगा।