Women’s Chess World Cup: दिव्या और हम्पी का पहला मुकाबला ड्रॉ, फाइनल का रोमांच बरकरार

महिला शतरंज विश्व कप 2025 के फाइनल में दिव्या देशमुख और कोनेरू हम्पी के बीच पहला मुकाबला कड़ी टक्कर के बाद ड्रॉ रहा। करीब तीन घंटे तक चली इस जंग में दोनों खिलाड़ियों ने शानदार रणनीति और धैर्य दिखाया, जिससे फाइनल के आगे के मुकाबलों के लिए रोमांच और बढ़ गया है।

Post Published By: Mrinal Pathak
Updated : 27 July 2025, 10:30 AM IST
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New Delhi: महिला शतरंज विश्व कप फाइनल के पहले मुकाबले में भारत की उभरती हुई स्टार दिव्या देशमुख और अनुभवी ग्रांडमास्टर कोनेरू हम्पी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। शनिवार को जॉर्जिया के बातुमी में खेले गए इस मुकाबले में दिव्या, जो सिर्फ 19 साल की हैं और अंतरराष्ट्रीय मास्टर की उपाधि रखती हैं, ने सफेद मोहरों के साथ खेलते हुए कई खिलाड़ियों को चौंका दिया। उन्होंने टूनामेंट में पहली बार अपना चलन बदला और d4 ओपनिंग खेली, जो इस स्तर के फाइनल के लिए उनकी अच्छी तैयारी का संकेत थी।

हम्पी की शांत प्रतिक्रिया

कोनेरू हम्पी, जो भारत की शीर्ष महिला शतरंज खिलाड़ी हैं और लंबे समय से दबाव वाले मुकाबलों का सामना कर रही हैं, ने भी अपनी काबिलियत साबित की। वे पूरी शांति और धैर्य के साथ दिव्या के हर चाल का जवाब देती रहीं। मध्य खेल में दोनों खिलाड़ियों ने बेहतरीन रणनीति का परिचय दिया और बराबरी की स्थिति बनाये रखी।

तीन घंटे तक चली जंग

खेल करीब तीन घंटे तक चला जिसमें दोनों खिलाड़ी जीत के लिए लगातार मौके तलाशते रहे। दिव्या ने कुछ अहम निर्णय लेने में अधिक समय लिया। दूसरी ओर, हम्पी ने अपने अनुभव का फायदा उठाते हुए संयम बनाए रखा। जैसे-जैसे खेल एंडगेम की ओर बढ़ा, दोनों के पास थोड़े बहुत दबाव बनाने के मौके आए, लेकिन कोई भी निर्णायक बढ़त नहीं बना सका।

ड्रॉ पर सहमति

हम्पी ने क्वीन के साथ चेक की आवृत्ति दोहराते हुए विपक्षी खिलाड़ी को दबाव में लाने की कोशिश की, जबकि दिव्या ने ड्रॉ ऑफर ठुकरा कर खेल जारी रखा। लेकिन मैच 41 चालों में कई रिपीटेशन्स के बाद बराबरी पर समाप्त हुआ। यह ड्रॉ नतीजा भले ही स्कोरबोर्ड पर रोमांचक न था, लेकिन भारतीय महिला शतरंज के भविष्य और वर्तमान की इस भिड़ंत की मजबूत शुरुआत साबित हुआ।

आज होगा दूसरा मुकाबला

दूसरा गेम रविवार, 27 जुलाई को खेला जाएगा। अगर दिव्या और हम्पी के बीच दोनों गेम ड्रॉ हो जाते हैं, तो सोमवार को फिर से टाइम-ब्रेक खेला जाएगा। आपको बता दें कि क्लासिकल राफेल में, प्रत्येक खिलाड़ी को पहले 40 चालों के लिए 90 मिनट का अतिरिक्त समय मिलेगा, जिसके बाद बाकी के खेल के लिए 30 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा, जिसमें पहली चाल से 30 सेकंड का अतिरिक्त समय होगा।

क्या है फिडे महिला विश्व कप 2025 फाइनल का फॉर्मेट?

ऐसी स्थिति में, अगर क्लासिकल गेम में विजेता का फैसला नहीं होता है, तो मैच टाई-ब्रेक की एक सीरीज के रूप में होगा। सबसे पहले, 10 सेकंड के अतिरिक्त समय के साथ 10 मिनट के दो रैपिड गेम होंगे। इसके बाद, अगर फिर भी फैसला हो जाता है, तो 5 मिनट के अतिरिक्त 3 सेकंड के अतिरिक्त समय के साथ दो पाँच मिनट के गेम होंगे। ऐसी स्थिति में, यदि आवश्यक हो, तो 3 मिनट के अतिरिक्त 2 सेकंड के अतिरिक्त समय के साथ दो ब्लिट्ज गेम होंगे। इसके बाद भी यदि मैच ड्रॉ रहता है, तो खिलाड़ी तब तक 3+2 ब्लिट्ज गेम खेलता रहता है, जब तक कि विजेता नहीं निकल आता।

 

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