रिश्वत में चॉकलेट लेकर पहुंचीं एकेडमी, अब बनीं विश्व चैंपियन; पढ़ें दिव्या देशमुख की दिलचस्प कहानी
एक समय जिसे शतरंज से दूर रखने के लिए माता-पिता चॉकलेट की रिश्वत देते थे, वही दिव्या देशमुख आज फिडे महिला विश्व कप जीतकर इतिहास रच चुकी हैं। कोनेरू हंपी को हराकर न केवल खिताब जीता, बल्कि भारत की 88वीं ग्रैंडमास्टर बनकर नया मुकाम हासिल किया।