

लखीमपुर खीरी के निघासन वन रेंज में एक विशाल अजगर देखे जाने से क्षेत्र में भय का माहौल उत्पन्न हो गया। सिंगाही रोड पर पवन ढाबे के पास खेत किनारे अजगर को देखा गया।
लखीमपुर खीरी के निघासन क्षेत्र में अजगर का रेस्क्यू
Lakhimpur Kheri: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के दक्षिण निघासन वन रेंज में एक बड़े अजगर के दिखने से इलाके में अचानक खलबली मच गई। यह घटना सिंगाही रोड स्थित पवन ढाबे के पास उस समय घटी, जब खेतों के किनारे अजगर देखा गया। स्थानीय ग्रामीणों ने यह देख वन विभाग को तुरंत सूचित किया।
खेतों में अजगर का दिखाई देना ग्रामीणों के लिए किसी बड़े खतरे से कम नहीं था। उन्होंने भयभीत होकर वन विभाग से सहायता की मांग की, जिससे समय रहते यह समस्या सुलझाई जा सकी। ग्रामीणों के अनुसार, अजगर की लंबाई लगभग 8 से 10 फीट थी, जो कि काफी बड़ी थी। यह देखकर इलाके में डर का माहौल बन गया क्योंकि ऐसे विशाल अजगर के आसपास किसी अप्रिय घटना का डर था।
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वन विभाग के रेंजर गजेंद्र सिंह ने बताया कि जैसे ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, उन्होंने सावधानी से अजगर को पकड़ा। इस पूरी प्रक्रिया में टीम ने पूरी सुरक्षा बरती, ताकि न तो अजगर को कोई नुकसान पहुंचे और न ही कोई स्थानीय व्यक्ति घायल हो। वन विभाग की टीम ने अजगर को सुरक्षित रूप से पकड़ा और उसे जंगल में छोड़ दिया, ताकि वह अपने प्राकृतिक आवास में वापस जा सके।
जैसे ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, उन्होंने त्वरित कार्रवाई की और अजगर को सुरक्षित रूप से पकड़कर जंगल में छोड़ दिया। अजगर का रेस्क्यू कर उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ देना, वन विभाग की तत्परता और पेशेवर कार्यशैली को दर्शाता है। इस रेस्क्यू के बाद ग्रामीणों में राहत की लहर दौड़ गई, और स्थिति पूरी तरह सामान्य हो गई।
इस रेस्क्यू के बाद वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की कि वे इस तरह की घटनाओं में घबराए नहीं और वन विभाग को तुरंत सूचित करें। वन विभाग के अधिकारियों का कहना था कि इस प्रकार की घटनाएं जंगलों के पास रहने वाले क्षेत्रों में आम होती हैं, लेकिन समय पर कार्रवाई से ऐसी समस्याओं का हल निकाला जा सकता है।
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ग्रामीणों ने वन विभाग की त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना की और कहा कि अगर वन विभाग समय पर न पहुंचता, तो अजगर की उपस्थिति से नुकसान हो सकता था। रेस्क्यू के बाद स्थिति पूरी तरह से सामान्य हो गई और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
यह घटना वन विभाग की तत्परता और पेशेवर कार्यशैली को प्रदर्शित करती है, जिससे न सिर्फ अजगर की जान बची, बल्कि इलाके के लोगों को भी सुरक्षा का एहसास हुआ।