

किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराने के उद्देश्य से संतोष कुमार शर्मा ने जिले भर के अधिकारियों को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उर्वरकों की आपूर्ति, वितरण और बिक्री व्यवस्था में पारदर्शिता एवं नियंत्रण सुनिश्चित करना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है।
जिलाधिकारी ने दिए निर्देश
महराजगंज: किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराने के उद्देश्य से संतोष कुमार शर्मा ने जिले भर के अधिकारियों को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उर्वरकों की आपूर्ति, वितरण और बिक्री व्यवस्था में पारदर्शिता एवं नियंत्रण सुनिश्चित करना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार जिलाधिकारी ने समस्त उपजिलाधिकारी, तहसीलदार और खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अगले 15 दिनों तक प्रतिदिन कम से कम दो दुकानों की जांच अनिवार्य रूप से करें, और अपनी जांच रिपोर्ट प्रत्येक दिन सांय 5 बजे तक जिलाधिकारी कार्यालय को प्रस्तुत करें।
इस निरीक्षण अभियान के अंतर्गत दुकानों पर मौजूद प्रमाणित स्टॉक रजिस्टर, बिक्री रजिस्टर, रेट बोर्ड और स्टॉक बोर्ड का अवलोकन किया जाएगा। साथ ही देखा जाएगा कि क्या दुकानदार किसानों को कैश मेमो उपलब्ध करा रहे हैं या नहीं। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि पॉस मशीन में दर्ज स्टॉक और भौतिक स्टॉक के आंकड़ों में कोई अंतर नहीं होना चाहिए। इसके अलावा थोक और खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के पास वैध विक्रय प्राधिकार पत्र होना अनिवार्य है।
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एक महत्वपूर्ण बिंदु के रूप में जिलाधिकारी ने जोर दिया कि किसानों को उर्वरक खतौनी/जोतबही और आधार कार्ड के माध्यम से पॉस मशीन द्वारा ही उपलब्ध कराया जाए। इस प्रक्रिया से पारदर्शिता बनी रहेगी और फर्जी बिक्री या कालाबाजारी पर अंकुश लगेगा।
उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि यदि जांच के दौरान किसी भी स्तर पर ओवर रेटिंग, तस्करी या अन्य उत्पादों की टैगिंग जैसी अनियमितताएं पाई जाती हैं तो संबंधित विक्रेताओं एवं अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।