

रुड़की में शुक्रवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई जब सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र स्थित प्रशासनिक भवन के भीतर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एक कर्मचारी ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
कर्मचारी ने की आत्महत्या
Roorkee: रुड़की में शुक्रवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई जब सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र स्थित प्रशासनिक भवन के भीतर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एक कर्मचारी ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मृतक की पहचान तासीपुर निवासी आदेश त्यागी (मेट पद) के रूप में हुई है। घटना की खबर लगते ही विभागीय कर्मचारियों के बीच अफरा-तफरी मच गई और कार्यालय में शोक की लहर दौड़ गई।
जानकारी के अनुसार, आदेश त्यागी रोज की तरह दफ्तर पहुंचे थे। कुछ देर बाद सहकर्मियों ने उन्हें कमरे के अंदर लटकता हुआ पाया। आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
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पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मृतक ने नोट में अपने ही कुछ सहकर्मियों और कार्यालयीन माहौल को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने लिखा है कि विभागीय दबाव और उत्पीड़न के कारण वह मानसिक रूप से टूट चुका था, जिसके चलते उसने यह कठोर कदम उठाया। फिलहाल पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर इसकी गहनता से जांच शुरू कर दी है।
एसपी देहात शेखर चंद्र सुजल ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सुसाइड नोट की फॉरेंसिक जांच के बाद ही आरोपों की पुष्टि हो सकेगी। “हम हर पहलू से मामले की जांच कर रहे हैं। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी,” उन्होंने कहा।
इस घटना के बाद विभाग के कर्मचारियों में भारी आक्रोश और दुख है। सहकर्मियों का कहना है कि आदेश त्यागी एक शांत स्वभाव के व्यक्ति थे और काम के प्रति बेहद ईमानदार थे। लेकिन पिछले कुछ समय से वह मानसिक दबाव में दिखाई देते थे।
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मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। घर में मातम पसरा हुआ है और परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि पूरे मामले की पारदर्शी जांच कर सच्चाई सामने लाई जाएगी।
इस आत्महत्या ने न केवल विभागीय तंत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर किया है कि कार्यस्थल पर मानसिक तनाव और आपसी टकराव किस हद तक किसी की जिंदगी को प्रभावित कर सकते हैं।