

उत्तराखंड में तेज बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। केदारनाथ यात्रा मार्ग अवरुद्ध होने के कारण यात्रा रोक दी गई है। श्रीनगर गढ़वाल में घरों में पानी घुसने की घटनाएं हुई और कई सड़कें धंस गई।
पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन
Dehradun: उत्तराखंड में हो रही मूसलधार बारिश से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक, तेज बारिश के कारण कई पर्वतीय जिलों में हालात और भी बिगड़ने की संभावना है। देहरादून, चम्पावत और नैनीताल जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि अन्य क्षेत्रों में तेज बौछारों के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इससे पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और नदी-नालों का पानी अपने रास्ते से हटने की आशंका बढ़ गई है।
स्थानीय निवासी ने बताया पूरा हालात
शुक्रवार रात को श्रीनगर गढ़वाल के वार्ड 29, भक्तियाना और एनआईटी क्षेत्र में तेज बारिश से स्थिति विकट हो गई। बारिश के पानी ने दो घरों के अंदर तक प्रवेश कर लिया। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि जब उनकी पत्नी शनिवार सुबह 4 बजे उठीं तो कमरे में पानी भरा हुआ था। दरअसल, राष्ट्रीय राजमार्ग की नाली चोक हो जाने के कारण पानी घरों में घुसने लगा। इस कारण घरों में पानी भरने से स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
केदारनाथ यात्रा बाधित
उत्तराखंड की प्रसिद्ध तीर्थयात्राओं में से एक केदारनाथ यात्रा भी बारिश की वजह से प्रभावित हो गई है। गौरीकुंड से आगे की यात्रा मार्ग पर मूसलधार बारिश के कारण सड़कें अवरुद्ध हो गईं हैं। केदारनाथ मार्ग पर भूस्खलन और पानी भर जाने के कारण यात्रा को रोक दिया गया है। प्रशासन ने एहतियातन श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए आगे जाने से रोक दिया है। इसके अलावा, यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाली सड़क भी बारिश की वजह से क्षतिग्रस्त हो गई है। फूलचट्टी और जानकीचट्टी के बीच सड़क धंसने से वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। इस घटना में दर्जनों वाहन और श्रद्धालु फंसे हुए हैं।
स्थानीय अधिकारियों का बयान
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, जानकीचट्टी तक बड़े वाहनों का आना-जाना पूरी तरह से बंद हो चुका है। छोटे वाहनों के लिए भी सड़क की स्थिति जोखिमपूर्ण हो गई है। जानकीचट्टी चौकी प्रभारी गंभीर सिंह तोमर ने बताया कि वर्तमान में बसों, टैंपो और ट्रेवल वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है और छोटे वाहनों को भी दुर्घटनाओं का डर है। इस मार्ग पर यातायात ठप होने से वहां फंसे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
क्षेत्रीय प्रशासन की ओर से प्रयास
प्रशासन ने स्थानीय स्तर पर राहत कार्यों को तेज कर दिया है। जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों में पानी की निकासी के लिए उपाय किए जा रहे हैं। साथ ही, भूस्खलन और अन्य आपदाओं से निपटने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को भी बढ़ाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि सड़कें और मार्ग जल्दी ही बहाल कर लिए जाएंगे ताकि तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को दिक्कतें न आएं। हालांकि, मौसम की स्थिति और अधिक बिगड़ने की आशंका के चलते अधिकारियों ने और भी सतर्क रहने का आग्रह किया है।
निष्कर्ष
उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में परेशानियां बढ़ गई हैं। केदारनाथ यात्रा और यमुनोत्री धाम की यात्रा में भी विघ्न उत्पन्न हुआ है। प्रशासन की कोशिशें जारी हैं, लेकिन स्थिति अभी भी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। लोगों को सुरक्षित रहने और यात्रा से जुड़ी चेतावनियों का पालन करने की सलाह दी गई है।