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देहरादून के डोइवाला के ग्रामीण क्षेत्रों में हाथियों का आतंक फैला है जिससे किसान और स्थानीय लोग लगातार दहशत में जी रहे हैं। हाथी रात में खेतों में घुसकर मक्के, गन्ने तथा अन्य खड़ी फसलों को रौंदकर किसानों की महीनों की मेहनत को बर्बाद कर रहे हैं। रविवार को हाथी ने एक शख्स को बुरी तरह से जख्मी कर दिया।
डोईवाला में हाथियों का आतंक
Dehradun: डोईवाला के आबादी क्षेत्र में हाथियों का आतंक जारी है। लच्छी वाला सॉन्ग नदी पुल के पास हाथियों ने स्थानीय व्यक्ति पर हमला कर दिया। हमले की सूचना के बाद घायल को अस्पताल में भर्ती किया है।
जानकारी के अनुसार अचानक झाड़ियों से निकलकर आए हाथी ने शख्स पर हमला कर दिया जिससे वह युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, घायल व्यक्ति ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई, जबकि हाथी जोर-जोर से चिग्घाड़ता हुआ जंगल की ओर चला गया। वहां मौजूद अन्य लोगों ने तत्काल एंबुलेंस बुलाकर घायल व्यक्ति को अस्पताल भिजवाया, जहां उसका उपचार किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि डोईवाला के तमाम ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे समय से हाथियों की आमद लगातार बनी हुई है। जहां हाथी किसानों की फसलों को तो तबाह कर ही रहे हैं वहीं आबादी क्षेत्र में हाथियों के आने से ग्रामीणों में भी भय का माहौल बना हुआ है। डोईवाला के मारखम ग्रांट,दुधली ,सिमलास , भानियावाला, जीवन वाला, फतेहपुर, माजरी ,शेरगढ़ आदि कई क्षेत्रों में हाथी जमकर उत्पाद मचा रहे हैं।
रात के समय हाथियों के खेतों में घुसने और मक्के, गन्ने तथा अन्य खड़ी फसलों को रौंदने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इससे किसानों की महीनों की मेहनत पर पानी फिरता रहा है।
फसलों के नुकसान के साथ-साथ आबादी क्षेत्र में हाथियों का पहुंच जाना ग्रामीणों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है। लोग शाम ढलते ही घरों में बंद होने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार हाथी घरों के करीब तक आ जाते हैं, जिससे बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा को लेकर भय का माहौल बना रहता है। वन विभाग की गश्त के बावजूद हाथियों की आवाजाही में कमी नहीं आ रही।
ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई मदद की गुहार
लगातार बढ़ते हाथी आतंक से परेशान ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द उपाय नहीं किए गए, तो किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना हो सकती है। ग्रामीणों ने वन विभाग से निगरानी बढ़ाने और सुरक्षित दूरी बनाए रखने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की अपील की है। वन विभाग ने भी मामले की जांच शुरू कर सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की बात कही है।