

सख्त ट्रांसफर नीति के बावजूद जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) कार्यालय सुल्तानपुर में वर्षों से जमे बाबुओं का पटल तबादला अब तक नहीं हो पाया है।
जिला विद्यालय निरीक्षक
सुल्तानपुर: योगी सरकार की सख्त ट्रांसफर नीति के बावजूद जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) कार्यालय सुल्तानपुर में वर्षों से जमे बाबुओं का पटल तबादला अब तक नहीं हो पाया है। नियमों के अनुसार किसी भी कर्मचारी को लंबे समय तक एक ही पटल पर नहीं रखा जा सकता, मगर यहां कुछ बाबू तीन साल से भी ज़्यादा समय से मलाईदार कुर्सियों पर टिके हुए हैं।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, सबसे चर्चित नाम बोर्ड परीक्षा पटल के स्टेनो जितेंद्र दुबे का है, जो लगभग तीन वर्षों से इसी कुर्सी पर जमे हुए हैं। विभागीय सूत्र बताते हैं कि कुछ बाबू अपनी तैनाती बनाए रखने के लिए ‘ऊपर’ तक सिफारिशें भी करते हैं।
जानकारी के मुताबिक, चौंकाने वाली बात यह है कि कार्यालय के कुछ बाहरी लोग भी निजी सहायक की तरह इन बाबुओं के साथ गोपनीय फाइलें संभालते और काम करते देखे जा सकते हैं। इससे विभाग की गोपनीयता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। जानकारों का कहना है कि अगर कार्यालय की सीसीटीवी फुटेज की जांच हो, तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
किन बाबुओं का नहीं हुआ तबादला:
जितेंद्र दुबे – बोर्ड परीक्षा, स्टोन प्राइवेट स्कूल मान्यता पटल, लगभग 3 वर्ष
दिनेश मिश्रा – तहसील सदर व बल्दीराय में 3 वर्ष से अधिक
आशीष ओझा – तहसील लंभुआ, संस्कृत पटल
योगेश शुक्ला – कादीपुर, आउटसोर्स (पूर्व अध्यापक)
अजय यादव – जीएफ भुगतान
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, दिवाकर मिश्रा – सेवानिवृत्त होने के बावजूद मानव संपदा आईडी व पासवर्ड समेत अन्य महत्वपूर्ण कार्य देख रहे। जिला अधिकारी कार्यालय समेत अन्य विभागों में पटल बदलने की कार्यवाही हो चुकी है, लेकिन DIOS कार्यालय में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे बाकी कर्मचारियों में भी असंतोष है। सबसे बड़ा सवाल – आखिर जिला विद्यालय निरीक्षक इन बाबुओं का पटल तबादला करने में हिचक क्यों रहे हैं? क्या नियम सिर्फ कागज़ों पर हैं?
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