लखीमपुर खीरी में बाढ़ का खतरा: शारदा नदी का पानी रेलवे ट्रैक तक पहुंचा, ग्रामीणों ने किया हाइवे जाम

लखीमपुर खीरी से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां शारदा नदी का पानी अब रेलवे ट्रैक तक पहुंच गया है, जिससे ग्रामीण काफी नाराज है। यहां जानें पूरी खबर

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 29 June 2025, 2:37 PM IST
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Lakhimpur Kheri: उत्तर प्रदेश के जनपद लखीमपुर खीरी में उस समय हड़कंप मचा जब पलिया में शारदा नदी का पानी रेलवे ट्रैक तक पहुंच गया है, जिससे ट्रैक के नीचे से पानी का रिसाव शुरू हो गया है। इससे नाराज लोगों ने लखीमपुर-पलिया हाईवे जाम कर दिया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक पिछले साल शारदा नदी की बाढ़ ने पलिया में बड़ी तबाही मचाई थी, जिसमें सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई थी और रेलवे ट्रैक भी क्षतिग्रस्त हो गया था।

22.23 करोड़ की परियोजना का भूमि पूजन
क्षेत्र को बाढ़ से बचाने के लिए जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने शारदा नदी के पलिया रेलवे पुल-97 पर 22.23 करोड़ रुपए की चैनलाइजेशन परियोजना का भूमि पूजन किया था। लेकिन इस निर्माण कार्य में अनियमितताओं को लेकर पलिया विधायक रोमी साहनी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। बाढ़ खंड के अधिकारी समय सीमा में कार्य पूरा होने का दावा करते रहे, लेकिन मानसून की दस्तक के साथ ही स्थिति चिंताजनक हो गई।

प्रशासन की कार्रवाई
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्थानीय लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी सूचना दी, जिसके बाद एसडीएम और सीओ पलिया मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर हाईवे जाम खत्म करवाया। अधिकारियों ने लोगों को आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

बाढ़ की स्थिति
लखीमपुर खीरी में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। शारदा नदी का जलस्तर बढ़ने से पलिया कस्बे में आवागमन करने वालों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। नदी का पानी पलिया-भीरा मार्ग पर बहने लगा है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।

लखीमपुर खीरी में बाढ़ की स्थिति चिंताजनक है। प्रशासन ने लोगों को आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन लोगों को अभी भी सावधानी बरतनी होगी। बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने के लिए प्रशासन को कड़ी निगरानी रखनी होगी।

अन्य जिलों की स्थिति
लखीमपुर खीरी के अलावा उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में भी बाढ़ की स्थिति चिंताजनक है।
गोरखपुर: यहां जलभराव की समस्या गंभीर है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
श्रावस्ती: इस जिले में हर साल बाढ़ की संभावना रहती है और 65 गांव अतिसंवेदनशील हैं। प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
बाराबंकी: यहां भी बाढ़ की स्थिति गंभीर हो सकती है, जिसके लिए प्रशासन अलर्ट मोड पर है।

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