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जी-राम-जी बिल पर लोकसभा में घमासान तेज़. सरकार सीधे पारित कराने पर अड़ी, विपक्ष ने मनरेगा खत्म करने और संसदीय परंपराएं तोड़ने का आरोप लगाया. कांग्रेस ने व्हिप जारी कर देशभर में प्रदर्शन का ऐलान किया.
संसद शीतकालीन सत्र में हंगामा (फोटो सोर्स- गूगल)
संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बिहार के जेडीयू सांसद दिलेश्वर कामैत के BSNL टावर से जुड़े सवाल पर कहा कि सरकार भारत टेलिकॉम और इंडियन मोबाइल कांग्रेस के माध्यम से टेलिकॉम उपकरण निर्माण को नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास कर रही है। उनका कहना था कि यह पहल देश में टेलिकॉम क्षेत्र को मजबूत बनाने की दिशा में है।
नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। सांसदों का आरोप था कि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं हो रही है। इस दौरान हंगामा और जोरदार नारेबाजी भी हुई। विपक्षी नेताओं का उद्देश्य सरकार पर जनता के सवालों के प्रति जवाबदेही का दबाव बनाना था।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मुंबई में 283 नई ट्रेनों के परिचालन के लिए चल रहे काम का विवरण दिया। उन्होंने बताया कि इन ट्रेनों में स्वचालित गेट होंगे जो बंद और खुलने की सुविधा देंगे। मंत्री ने मुंबई और देश के बड़े शहरों के स्टेशनों की नियंत्रण क्षमता बढ़ाने के प्रयासों का भी जिक्र किया। इससे रेल यातायात की गति और सुरक्षा दोनों में सुधार होने की उम्मीद है।
राज्यसभा में जी राम जी विधेयक 2025 पर राजद नेता मनोज कुमार झा ने सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा ही नहीं, NDA के भीतर भी इस बिल को लेकर असंतोष है। मनोज झा ने आरोप लगाया कि मनरेगा जैसी अधिकार आधारित योजना के मूल स्वरूप को कमजोर किया गया है। केंद्र-राज्य वित्तीय अनुपात को 90-10 से 60-40 करना और अधिकार आधारित दृष्टिकोण को खत्म करना गलत है। उन्होंने कहा कि किसी के नाम में राम होना किसी नीति को सही ठहराने का लाइसेंस नहीं देता। यह योजना देश के गरीबों के लिए सुरक्षा कवच थी, जिसकी आत्मा को नष्ट किया जा रहा है।
मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाने को लेकर सपा सांसद रामगोपाल यादव ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गांधी कभी राम विरोधी नहीं थे और उनसे अधिक धार्मिक व्यक्ति कोई नहीं था। यादव ने सवाल उठाया कि जब योजना वही है तो नाम बदलने की जरूरत क्यों पड़ी। उन्होंने इसे भाजपा की गांधी से चिढ़ बताया।
इंडिगो फ्लाइट्स के बड़े पैमाने पर कैंसिलेशन को लेकर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने यात्रियों को हो रही परेशानी, एयरलाइन की जवाबदेही और सरकार की भूमिका पर सवाल उठाते हुए इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा की मांग की।
संसद के शीतकालीन सत्र का अंतिम सप्ताह जारी है। सरकार लंबित विधायी कार्यों को तेजी से निपटाने में जुटी है। लोकसभा में अहम बिल पेश और पारित किए गए। आज दोनों सदनों में प्रश्नकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी।
New Delhi: संसद के शीतकालीन सत्र के आख़िरी तीन दिनों में लोकसभा में जी-राम-जी बिल को लेकर ज़ोरदार राजनीतिक टकराव देखने को मिल रहा है। केंद्र सरकार इस बिल को पारित कराने पर अड़ी है, जबकि विपक्ष रणनीतिक विरोध में जुट गया है। प्रस्तावित बिल में मनरेगा की जगह नई ग्रामीण रोज़गार गारंटी योजना लाने और काम के दिनों को 100 से बढ़ाकर 125 करने का प्रावधान है।
कांग्रेस ने इसे महात्मा गांधी के नाम को हटाने और फंडिंग कम करने की कोशिश बताया है। स्थायी समिति में भेजने की मांग ठुकराए जाने के बाद विपक्ष ने संसदीय परंपराओं की अनदेखी का आरोप लगाया है।