सिसवा इंदिरा नगर में महिला को ज़मीन से बेदखल करने की धमकी, दबंगों के खिलाफ एसपी से न्याय की गुहार

सिसवा कस्बे के वार्ड संख्या 17, इंदिरा नगर स्थित असमन छपरा टोले में ज़मीन विवाद को लेकर एक महिला को उसकी खरीदी हुई आवासीय भूमि से बेदखल करने और जान से मारने की धमकियों का मामला सामने आया है।

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 13 December 2025, 3:06 PM IST
google-preferred

Maharajganj: सिसवा कस्बे के वार्ड संख्या 17, इंदिरा नगर स्थित असमन छपरा टोले में ज़मीन विवाद को लेकर एक महिला को उसकी खरीदी हुई आवासीय भूमि से बेदखल करने और जान से मारने की धमकियों का मामला सामने आया है। दबंगों की धमकी और मानसिक उत्पीड़न से परेशान पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाई है।

खरीदी हुई ज़मीन पर रहने के बावजूद विवाद

पीड़िता मोतीरानी, निवासी वार्ड 17 इंदिरा नगर, ने बताया कि उन्होंने करीब आठ माह पूर्व उसी वार्ड की निवासी राधे देवी से 550 वर्ग फीट आवासीय भूमि विधिवत बैनामा कर खरीदी थी। रजिस्ट्री के बाद से वह अपने परिवार के साथ उक्त भूमि पर रह रही हैं। पीड़िता का कहना है कि उनका कब्ज़ा पूरी तरह वैध और कानूनन है।

दबंगों पर धमकी और उत्पीड़न का आरोप

मोतीरानी के अनुसार, गांव के कुछ दबंग उनकी ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा करने की नीयत से लगातार उन्हें परेशान कर रहे हैं। आरोप है कि ये लोग आए दिन उनके घर पहुंचकर गाली-गलौज करते हैं, जबरन घर खाली कराने का दबाव बनाते हैं और जान से मारने की धमकी देते हैं। इससे पीड़िता और उसका परिवार भय के साए में जीने को मजबूर है।

Maharajganj Smuggling: भारत-नेपाल बॉर्डर पर तस्करों का नेटवर्क सक्रिय, नौतनवा पुलिस ने 60 बोरी यूरिया के साथ एक गिरफ्तार

न्यायालय में लंबित वाद का दिखाया जा रहा भय

मामले का एक गंभीर पहलू यह भी है कि दबंगों द्वारा पीड़िता के बैनामे को चुनौती देते हुए सिविल न्यायालय में वाद दाखिल किया गया है। मोतीरानी का कहना है कि यह वाद अभी न्यायालय में विचाराधीन है और अब तक किसी प्रकार का स्थगन आदेश या उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल आदेश पारित नहीं हुआ है। इसके बावजूद आरोपी सुभाष न्यायालय के मामले का डर दिखाकर फर्जी कानूनी कार्रवाई की धमकी देता है और मानसिक दबाव बनाता है।

पुलिस का पक्ष

इस संबंध में सिसवा चौकी प्रभारी उमाकांत सरोज ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है। चूंकि प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिए फिलहाल शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से दोनों पक्षों का शांति भंग में चालान किया गया है।

एसपी से लगाई न्याय और सुरक्षा की गुहार

लगातार मिल रही धमकियों और संभावित बेदखली की आशंका से परेशान होकर पीड़िता ने महराजगंज के पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की। उन्होंने लिखित शिकायत देकर मांग की है कि न्यायालय के अंतिम निर्णय तक उन्हें और उनके परिवार को पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए तथा धमकी देने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

Noida Expressway Accident: एक्सप्रेसवे पर कोहरे का कहर; आपस में भिड़ी 15 गाडियां, कई घायल

प्रशासन की भूमिका पर टिकी निगाहें

यह मामला एक बार फिर उजागर करता है कि कैसे न्यायालय में लंबित मामलों का सहारा लेकर कमजोर और अकेली महिलाओं पर दबाव बनाया जाता है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस प्रशासन पीड़िता को सुरक्षा और न्याय दिलाने के लिए क्या ठोस कदम उठाता है।

Location : 
  • Maharajganj

Published : 
  • 13 December 2025, 3:06 PM IST