Shivraj Patil Funeral: महाराष्ट्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवराज पाटिल का महाराष्ट्र के लातूर में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। इसमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और अन्य गणमान्य शामिल हुए।

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 13 December 2025, 4:19 PM IST
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Latur: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवराज पाटिल का शनिवार को महाराष्ट्र के लातूर जिले में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम संस्कार में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और कर्नाटक के मंत्री ईश्वर खंड्रे सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए।

लिंगायत रीति से वरवंती गांव में अंतिम संस्कार

पाटिल को लातूर से लगभग छह किलोमीटर दूर वरवंती गांव के खेत में उनके लिंगायत समुदाय की परंपरा के अनुसार ध्यान की मुद्रा में बैठी स्थिति में दफनाया गया। यह अनुष्ठान इस विश्वास पर आधारित है कि मृतक की आत्मा तुरंत शिव में विलीन हो जाती है और पुनर्जन्म के चक्र में नहीं आती। इससे आत्मा को शरीर से मुक्त करने के लिए पारंपरिक दाह संस्कार की आवश्यकता नहीं होती।

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लोकसभा अध्यक्ष ने अर्पित किया पुष्पचक्र

अंतिम संस्कार के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पाटिल के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया। इसके अलावा कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल और लातूर से लोकसभा सदस्य शिवाजी कोलगे भी शामिल हुए। पाटिल को अंतिम विदाई देने से पहले बंदूकों की सलामी भी दी गई।

90 वर्ष की आयु में हुआ निधन

पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवराज पाटिल का निधन शुक्रवार को लातूर में संक्षिप्त बीमारी के बाद हुआ। 90 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। अपने लगभग पचास साल के राजनीतिक जीवन में पाटिल ने केंद्र सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। वे लोकसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

सियासी जीवन और उपलब्धियां

पाटिल ने 1967 में लातूर नगर निकाय के सदस्य के रूप में राजनीति की शुरुआत की थी। उन्होंने 1972 और 1980 के बीच लातूर से दो बार विधानसभा सदस्य का चुनाव जीता। इसके बाद वे लगातार सात बार लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए (1980, 1984, 1989, 1991, 1996, 1998 और 1999)।

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केंद्रीय मंत्री के रूप में उन्होंने कई महत्वपूर्ण विभाग संभाले। 1980-82 में रक्षा राज्य मंत्री, 1982-83 में वाणिज्य मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार, 1983-84 में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, परमाणु ऊर्जा, इलेक्ट्रॉनिक्स, अंतरिक्ष और महासागर विकास में योगदान। राजीव गांधी सरकार के दौरान उन्होंने कार्मिक, रक्षा उत्पादन, नागरिक उड्डयन और पर्यटन मंत्रालय भी संभाले।

26/11 मुंबई हमले के बाद इस्तीफा

पाटिल को 2004 में केंद्रीय गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा में हुई चूक की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने 30 नवंबर 2008 को अपना पद त्याग दिया। शिवराज पाटिल की राजनीतिक यात्रा और उनकी सेवाएं कांग्रेस पार्टी और देश के लिए हमेशा याद रखी जाएंगी।

Location : 
  • Latur

Published : 
  • 13 December 2025, 4:19 PM IST