हिंदी
महराजगंज जिले के भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में तस्करी का नेटवर्क लगातार सक्रिय बना हुआ है। प्रशासन की कड़ी निगरानी के बावजूद तस्करी की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। विशेष रूप से यूरिया की तस्करी बड़े पैमाने पर होने से यह स्पष्ट होता है कि सीमावर्ती इलाकों में एक संगठित गिरोह लगातार काम कर रहा है।
बरामद 60 बोरी यूरिया के साथ पुलिस
Maharajganj: महराजगंज जिले के भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में तस्करी का नेटवर्क लगातार सक्रिय बना हुआ है। प्रशासन की कड़ी निगरानी के बावजूद तस्करी की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। विशेष रूप से यूरिया की तस्करी बड़े पैमाने पर होने से यह स्पष्ट होता है कि सीमावर्ती इलाकों में एक संगठित गिरोह लगातार काम कर रहा है। यह गिरोह कैरियरों के माध्यम से बड़ी मात्रा में यूरिया की बोरियां नेपाल पार भेज रहा है।
नौतनवा पुलिस को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि डंडा नदी पुल के पास तस्करी के लिए यूरिया जमा किया जा रहा है। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मौके पर घेराबंदी कर 60 बोरी यूरिया बरामद की। मौके से तस्करी में शामिल एक आरोपी अख्तर हुसैन पुत्र अहमद हुसैन निवासी फरेन्दा को गिरफ्तार भी कर लिया गया।
हालांकि, पुलिस का कहना है कि यह तस्करी नेटवर्क काफी बड़ा है और इसके पीछे वाले असली मास्टरमाइंड अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। पुलिस लगातार जांच कर रही है ताकि इस पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जा सके।
जहां एक ओर जिले के किसान यूरिया खाद के लिए परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर तस्करों का नेटवर्क बिना किसी कठिनाई के भारी मात्रा में यूरिया हासिल कर लेता है। किसान समितियों और निजी दुकानों पर घंटों चक्कर काटने के बाद भी मुश्किल से खाद पा रहे हैं। इसके विपरीत तस्करों की “सेटिंग” के चलते सैकड़ों बोरियां आसानी से बॉर्डर तक पहुंचाई जाती हैं।
किसानों के लिए यह स्थिति बेहद चिंताजनक है, क्योंकि खाद की कमी सीधे तौर पर उनकी फसल और आय पर असर डालती है। ग्रामीणों में भी इस अवैध तस्करी को लेकर नाराजगी बढ़ रही है।
नौतनवा पुलिस की मानें तो गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ जारी है और उसके माध्यम से नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस जल्द ही मुख्य सरगनाओं को पकड़ने का दावा कर रही है।
महराजगंज में DM का औचक निरीक्षण: कस्तूरबा विद्यालय और CHC की खुली पोल, अधीक्षक से स्पष्टीकरण तलब
बरामदगी के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आवश्यक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। सीमा क्षेत्र में लगातार हो रही तस्करी से साफ है कि अभी और सख्त कार्रवाई और निगरानी की जरूरत है ताकि किसान यूरिया की किल्लत से बच सकें और तस्करों का अवैध कारोबार पूरी तरह खत्म हो सके।