भारत-UK फ्री ट्रेड डील: देसी प्रोडक्ट्स को मिलेगा वैश्विक मंच, निर्यात में दिखेगी जबरदस्त बढ़ोतरी

भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच हुई फ्री ट्रेड डील (FTA) से भारतीय निर्यातकों और स्थानीय कारोबारियों को जबरदस्त फायदा मिलने की उम्मीद है। इस डील से भारतीय कृषि, मैन्युफैक्चरिंग और समुद्री उत्पादों को ब्रिटेन में नया बाजार मिलेगा। इससे देसी कारोबारियों और किसानों के लिए नए बाजार के द्वार खुलेंगे।

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 26 July 2025, 7:59 AM IST
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New Delhi: भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) के बीच हुए फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) ने दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इस डील के तहत 99% भारतीय उत्पादों पर ब्रिटेन में टैरिफ खत्म कर दिया जाएगा, जिससे देसी कारोबारियों और किसानों के लिए नए बाजार के द्वार खुलेंगे। इस डील से भारतीय कृषि, मैन्युफैक्चरिंग और समुद्री उत्पादों को ब्रिटेन में नया बाजार मिलेगा।

छोटे और मझोले व्यवसायों को मिलेगा अवसर

इस व्यापार समझौते से भारत की इलेक्ट्रिक मशीनरी, लेदर गुड्स और केमिकल्स की पहुंच ब्रिटेन में बढ़ेगी। इससे न केवल बड़ी मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को लाभ होगा, बल्कि छोटे और मझोले व्यवसायों के लिए भी नए अवसर सामने आएंगे। सरकार का लक्ष्य 2030 तक भारत-UK द्विपक्षीय व्यापार को 56 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 120 बिलियन डॉलर करना है।

देसी उत्पादों की विदेशी बाजारों में एंट्री

इस डील के बाद भारत से कटहल, कोल्हापुरी चप्पल, गोवा की फेनी, बासमती चावल, हल्दी, मसाले, मैंगो पल्प, फल, सब्जियां, इलायची और काली मिर्च जैसे उत्पाद बिना किसी आयात शुल्क के ब्रिटेन में भेजे जा सकेंगे। अनुमान है कि इससे लगभग 23 अरब डॉलर के नए निर्यात अवसर बनेंगे।

पारंपरिक पेय पदार्थों को मिलेगा सम्मान

FTA के अंतर्गत भारत के पारंपरिक मादक पेय जैसे गोवा की फेनी, नासिक की वाइन और केरल की ताड़ी (टोडी) को भी ब्रिटिश बाजारों में प्रवेश मिलने की उम्मीद है। अगर ये उत्पाद ब्रिटेन में मान्यता प्राप्त करते हैं, तो वहां के पब और रेस्तरां में इनका परोसा जाना संभव हो सकेगा। भारत सरकार का लक्ष्य 2030 तक मादक पेयों के निर्यात को बढ़ाकर 1 अरब डॉलर तक पहुंचाना है, जो वर्तमान में 370.5 मिलियन डॉलर है।

समुद्री और कृषि उत्पादों के लिए भी रास्ता साफ

आंध्र प्रदेश, ओडिशा, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों से समुद्री उत्पादों को ब्रिटेन के बाजारों में प्रवेश मिलेगा। इसके अलावा महाराष्ट्र से अंगूर और प्याज, गुजरात से मूंगफली और कपास, पंजाब और हरियाणा से बासमती चावल और पूर्वोत्तर राज्यों से ऑर्गेनिक हर्ब्स और मसाले का भी निर्यात बढ़ेगा। भारत-UK फ्री ट्रेड डील से न केवल व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे, बल्कि यह भारत के स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान देने का अवसर भी है।

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