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अवैध संबंध, उत्पीड़न और बेटी पर बुरी नजर से परेशान महिला ने भतीजे के साथ मिलकर प्रेमी की हत्या की साजिश रची। मोबाइल सर्विलांस से मामले का खुलासा हुआ।
पुलिस हिरासत में दोनों आरोपी
Kanpur: चार साल तक चले अवैध संबंध, लगातार उत्पीड़न और बेटी पर बुरी नजर से परेशान होकर महिला ने अपने भतीजे के साथ मिलकर प्रेमी की हत्या की साजिश रच डाली। पूछताछ में आरोपी महिला लक्ष्मी देवी ने पुलिस के सामने जो कबूलनामा किया है, उसने पूरे मामले की परतें खोल दी हैं। लक्ष्मी ने स्वीकार किया कि वह अकेले गोरे लाल की हत्या नहीं कर सकती थी, इसलिए उसने अपने भतीजे ईशू गौतम को साजिश में शामिल किया और उसे 10 हजार रुपये देने का लालच दिया।
हत्या से पहले क्या किया?
पुलिस के अनुसार, लक्ष्मी और गोरे लाल के बीच करीब चार साल पहले अवैध संबंध बने थे। गोरे लाल का लक्ष्मी के घर आना-जाना था, इसी दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं। करीब चार महीने पहले पड़ोसियों ने इस रिश्ते की जानकारी लक्ष्मी के पति को दे दी। इसके बाद एक दिन पति शराब के नशे में घर आया और बच्चों के सामने ही लक्ष्मी के साथ मारपीट की।
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गोरे लाल को काफी समझाया, लेकिन नहीं माना
इस घटना के बाद लक्ष्मी ने गोरे लाल से पूरी तरह दूरी बना ली, लेकिन गोरे लाल ने उसे स्वीकार नहीं किया। लक्ष्मी के अनुसार, गांव में आने-जाने के दौरान गोरे लाल उससे छेड़छाड़ करने लगा। उसने कई बार समझाया कि उसके पांच बेटियां और एक बेटा हैं और पति को सब कुछ पता चल चुका है, लेकिन गोरे लाल नहीं माना।
बेटी के साथ दुष्कर्म की धमकी
लक्ष्मी ने बताया कि कुछ समय पहले गोरे लाल दीवार फांदकर उसके घर के पीछे के रास्ते से घुस आया और छेड़खानी करने लगा। विरोध करने पर उसने उसकी 13 वर्षीय बेटी के साथ गलत संबंध बनाने की धमकी दी और मना करने पर इकलौते बेटे को मारने की बात कही। इस घटना के बाद लक्ष्मी ने एक साल पहले ही बेटी को मायके छोड़ दिया था, लेकिन गोरे लाल की हरकतें नहीं रुकीं।
10 हजार रुपये में करवाई हत्या
इसी डर और दबाव के चलते लक्ष्मी ने गोरे लाल को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया। हत्या से करीब 15 दिन पहले उसने अपने भतीजे ईशू गौतम को इस साजिश में शामिल किया। हत्या के बदले 10 हजार रुपये देने का वादा किया गया और दो हजार रुपये बतौर एडवांस भी दिए गए।
शादी का झांसा देकर मिलने के लिए बुलाया
योजना के तहत 31 अक्टूबर की सुबह लक्ष्मी ने गोरे लाल को शादी कराने का झांसा देकर अपने मायके शाह निवादा चलने को कहा। कानपुर-फर्रूखाबाद रेलवे क्रॉसिंग के पास भतीजा ईशू पहले से मौजूद था। शाम होने पर गोरे लाल को शराब पिलाई गई। नशे की हालत में होने पर दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी।
कैसे हुआ खुलासा
मामले का खुलासा तब हुआ, जब गोरे लाल के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई। चौबेपुर थाना प्रभारी आशीष दुबे ने बताया कि जांच के दौरान ग्रामीणों से लक्ष्मी और गोरे लाल के अवैध संबंधों की जानकारी मिली। पुलिस ने गोरे लाल का मोबाइल सर्विलांस पर लगाया, जिससे हत्या से पहले लक्ष्मी और गोरे लाल की लोकेशन एक साथ पाई गई।
हत्या के बाद गोरे लाल का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था, लेकिन कुछ समय बाद उसी मोबाइल में दूसरी सिम सक्रिय हुई, जो भतीजे ईशू के नाम पर पाई गई। इसी सुराग के आधार पर ईशू को हिरासत में लिया गया। कड़ाई से पूछताछ में वह टूट गया और पूरी साजिश का खुलासा कर दिया। इसके बाद लक्ष्मी देवी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।