

महराजगंज में सीआरपीएफ का प्रशिक्षण पूरा कर लौटे जवानों का गांव में भव्य स्वागत हुआ। माला, पुष्पवर्षा और देशभक्ति नारों के साथ पूरे क्षेत्र में उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला। देशभक्ति के नारों, फूल-मालाओं, ढोल-नगाड़ों और पुष्प वर्षा के बीच पूरा वातावरण राष्ट्रभक्ति के रंग में रंग गया।
ग्रामीणों ने सीआरपीएफ जवानों का किया स्वागत
Mahrajganj: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जनपद के अंतर्गत फरेंदा क्षेत्र के लिए आज सोमवार का दिन गौरव और उत्सव से भरा रहा। जहां सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) में प्रशिक्षण पूर्ण कर लौटे जवान स्वरूप कुमार, प्रभात यादव और प्रशान्त यादव का फरेंदा से लेकर उनके पैतृक गांव तक जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान, देशभक्ति के नारों, फूल-मालाओं और ढोल-नगाड़ों से स्वागत समारोह ने माहौल को गर्व से भर दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, फरेंदा कस्बे से जैसे ही तीनों जवानों का काफिला रवाना हुआ, ग्रामीणों में उत्साह चरम पर पहुंच गया। रास्ते भर युवाओं, बुजुर्गों और महिलाओं ने पुष्प वर्षा कर जवानों का स्वागत किया। जैसे ही जवान अपने गांव, सेमराडाड़ी और बड़हरा देवी चरन पहुंचे, पूरे गांव में उत्सव जैसा माहौल बन गया। घर-घर से लोग स्वागत में उमड़ पड़े। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और देशभक्ति गीतों के साथ हुआ।
गांव में स्वागत समारोह का आयोजन
फरेंदा गांव में विशेष स्वागत समारोह का आयोजन किया गया, जहां जवानों को माला पहनाकर, अंगवस्त्र भेंटकर और तिलक लगाकर सम्मानित किया गया। उपस्थित लोगों ने भारत माता की जय, वंदे मातरम् और जय हिंद के नारों से कार्यक्रम को देशभक्ति के रंग में रंग दिया। प्रधान दिनेश चंद्रा और सर्वदानंद मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि स्वरूप, प्रभात और प्रशान्त ने कठिन प्रशिक्षण के बाद जो उपलब्धि हासिल की है, वह पूरे क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। इनकी सफलता से क्षेत्र के युवा निश्चित ही प्रेरणा लेंगे और देश सेवा के लिए आगे आएंगे। ग्रामीणों ने कहा कि इन जवानों ने गांव का नाम रोशन किया है।
कार्यक्रम में ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
इस विशेष स्वागत समारोह कार्यक्रम में महिला समूह, छात्र-छात्राएं, ग्रामीण, नेता और समाजसेवी बड़ी संख्या में शामिल हुए। आयोजन समिति द्वारा जलपान की व्यवस्था भी की गई थी। समारोह का समापन देशभक्ति गीतों और राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस समारोह ने क्षेत्र के युवाओं में जोश और प्रेरणा का संचार किया। कई युवाओं ने कहा कि वे भी स्वरूप, प्रभात और प्रशांत की तरह देशसेवा के लिए आगे आएंगे। कार्यक्रम में मौजूद बुजुर्गों ने इसे गांव के इतिहास का गौरवशाली क्षण बताया।