

पंजाब के मलेरकोटला रोड पर एक पिकअप गाड़ी जगेड़ा पुल से नहर में गिर गई। गाड़ी में सवार 24 से अधिक लोग माता नैना देवी के दर्शन कर लौट रहे थे। हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3-4 लोग अब भी लापता हैं। पुलिस द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
प्रतिकात्मक तस्वीर (Img: Google)
New Delhi: पंजाब के लुधियाना जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसे में 4 लोगों की जान चली गई और कई लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। हादसा रविवार देर रात मलेरकोटला रोड स्थित जगेड़ा पुल पर हुआ, जब हिमाचल प्रदेश से माता नैना देवी के दर्शन कर लौट रही एक महिंद्रा पिकअप गाड़ी नहर में जा गिरी।
दरअसल, गाड़ी में सवार सभी श्रद्धालु लुधियाना के मानकवाल गांव के निवासी थे। प्रत्यक्षदर्शियों और घायलों के अनुसार, पिकअप गाड़ी में 24 से 26 लोग सवार थे। एक अन्य वाहन को ओवरटेक करने के प्रयास में गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया और वह सीधे नहर में जा गिरी।
चार की मौके पर मौत
हादसे में जरनैल सिंह (52), मंजीत कौर (58), डेढ़ साल की बच्ची सुखमन कौर और 8 वर्षीय आकाशदीप सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। चारों शवों को रात दो बजे लुधियाना सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं घायलों की पहचान सरबजीत कौर, सुरिंदर सिंह, जसविंदर कौर, स्वर्णजीत कौर, भाग सिंह, काका सिंह, कमलजीत कौर और संदीप कुमार के रूप में हुई है। ये सभी हुसैनपुरा क्षेत्र के निवासी हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन रात भर चला
हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गईं। डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन, एसएसपी डॉ. ज्योति यादव और विधायक मनविंदर सिंह ग्यासपुरा ने देर रात डेहलों सिविल अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की और डॉक्टरों से जानकारी ली।
DC हिमांशु जैन ने बताया कि हादसा ओवरलोडिंग और ओवरटेकिंग की वजह से हुआ। 22 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि 2 लोग अभी लापता हैं और उनकी तलाश जारी है।
एसएमओ ने की पुष्टि
डेहलों सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. राजेश गर्ग ने बताया कि अस्पताल में 13 घायलों को लाया गया। इनमें से चार लोगों की मृत्यु हो चुकी थी, जबकि चार अन्य का इलाज चल रहा है। चार घायल प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिए गए हैं और एक मरीज को सिविल अस्पताल रेफर किया गया है।
क्या बोले मुख्यमंत्री?
विधायक मनविंदर सिंह ग्यासपुरा ने जानकारी दी कि सभी श्रद्धालु माता नैना देवी के दर्शन के बाद गुरुद्वारा राड़ा साहिब में लंगर ग्रहण कर लौट रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान स्वयं घटना की निगरानी कर रहे हैं और पीड़ितों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। वहीं गांव मानकवाल के सरपंच केसर सिंह ने बताया कि 26 जुलाई को गांव के कुल 26 लोग दर्शन के लिए रवाना हुए थे। अब तक 16 से 17 लोगों को ही सुरक्षित पाया गया है। बाकी की तलाश जारी है।