

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में पर्यटन और संरचना को नई दिशा देने की तैयारियां तेज हो गई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
कानपुर-कबरई ग्रीन फीड फोरलेन हाइवे का निर्माण(सोर्स-इंटरनेट)
हमीरपुर : उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने और अवसंरचना को मजबूत करने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर कार्य शुरू कर दिया गया है। इन परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य जिले की प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक स्थलों को विश्व स्तर पर पहचान दिलाना है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, हमीरपुर क्षेत्र में निवेश और रोजगार के नए अवसर सृजित करना है। इस दिशा में मोदी सरकार और प्रदेश सरकार दोनों का समर्थन प्राप्त है।
हमीरपुर में सबसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक कानपुर-कबरई ग्रीन फीड फोरलेन हाइवे का निर्माण है। इस 118 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग को अब ग्रीनफीड फोरलेन बनाने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। एनएचएआई ने इस परियोजना के लिए तैयारी पूरी कर ली है। यह हाइवे हमीरपुर शहर के पश्चिम दिशा से होकर गुजरेगा और महोबा के कबरई तक जाएगा। इस सड़क का निर्माण करीब 3700 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा, जिससे क्षेत्र की सड़क व्यवस्था मजबूत होगी और आवागमन सुगम बनेगा।
इस फोरलेन हाइवे को यमुना और बेतवा नदियों में बन रहे पुलों से जोड़ा जाएगा, ताकि यात्रियों को आसान पहुंच मिल सके। इसके साथ ही, इस हाइवे के किनारे औद्योगिक गलियारे बनाने का भी प्लान है, जिससे क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और निवेशकों को आकर्षित किया जाएगा।
हमीरपुर में पर्यटन को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए कई पहलें की जा रही हैं। इसके तहत, शहर के हाइवे किनारे 25 करोड़ रुपये की लागत से सिंगापुर रिसोर्ट बनाया जा रहा है। यह रिसोर्ट न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि जिले में रोजगार के नए अवसर भी सृजित करेगा।
इसके अलावा, सदियों पुरानी बदहाल हवेली, ठाकुर जी महाराज विराज मंदिर और मैत्री बुद्ध विहार जैसी ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों को चमकाने के लिए सरकार ने करोड़ों रुपये की धनराशि मंजूर की है। इन स्थलों का सौंदर्यीकरण और रखरखाव किया जाएगा, ताकि ये पर्यटकों को आकर्षित कर सकें और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिले।
सरकार ने इन परियोजनाओं के लिए वित्तीय मंजूरी प्रदान कर दी है, जिससे क्षेत्र में विकास की गति तेज हो जाएगी। इन पहलों के माध्यम से न केवल हमीरपुर का पर्यटन क्षेत्र विकसित होगा, बल्कि सड़क परिवहन, उद्योग और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। अधिकारियों का मानना है कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से हमीरपुर जिले की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार होगा।