

फतेहपुर में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर एक महापंचायत का आयोजन किया। किसानों ने खाद की कमी, बिजली कटौती, सड़कों की बदहाल स्थिति और सरकारी उपेक्षा को लेकर जमकर विरोध जताया।
किसानों की महापंचायत
Fatehpur: फतेहपुर जिले के खागा तहसील क्षेत्र में शनिवार को किसानों ने अपनी मांगों और समस्याओं को लेकर एक विशाल महापंचायत का आयोजन किया। भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में धूमन कुआं में हुई इस पंचायत में सैकड़ों किसान शामिल हुए। किसानों ने खाद की कमी, बिजली कटौती, सड़कों की बदहाल स्थिति और सरकारी उपेक्षा को लेकर जमकर विरोध जताया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार महापंचायत की अध्यक्षता कर रहे किसान यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष दीपक मौर्य ने कहा कि धान की रोपाई का समय चल रहा है, लेकिन किसानों को न तो खाद समय से मिल रही है और न ही सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली। उन्होंने बताया कि सहकारी समितियों में डीएपी और यूरिया की भारी किल्लत है, और निजी दुकानदार मनमाने रेट पर खाद बेच रहे हैं।
किसानों ने कहा कि उन्हें खाद के लिए समितियों के बाहर दो से तीन दिन तक लाइन में खड़ा होना पड़ता है, फिर भी पूरा सामान नहीं मिलता। वहीं बिजली की लगातार कटौती से खेतों में सिंचाई नहीं हो पा रही, जिससे फसलें खराब हो रही हैं।
महापंचायत में किसानों ने नौबस्ता रोड की जर्जर हालत और मैनपुरी घाट के श्मशान स्थल तक संपर्क मार्ग न होने की समस्या भी उठाई। साथ ही मोहम्मदपुर गौती से टांडा कौशांबी और इजूरा से संकठन घाट तक सड़क निर्माण की भी मांग रखी गई।
महापंचायत में खागा उपजिलाधिकारी अभिनीत कुमार खुद पहुंचे और किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा। मौके पर पीडब्ल्यूडी के जेई, नायब तहसीलदार ऐरायां, हथगाम व सुल्तानपुर घोष के विद्युत विभाग के जेई और थाना प्रभारी भी मौजूद रहे।
किसान नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे तहसील और प्रशासनिक कार्यालयों का घेराव करेंगे। किसानों का कहना है कि सरकार सिर्फ वादे कर रही है, जमीनी हकीकत इसके विपरीत है।
महापंचायत के माध्यम से किसानों ने एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद की और समाधान की मांग की है।