

बुलंदशहर में ड्रग विभाग की टीम ने कफ सिरप की अवैध बिक्री और उसकी गुणवत्ता को लेकर बड़े पैमाने पर सैंपलिंग की कार्रवाई की। मध्यप्रदेश और राजस्थान में बच्चों की मौत के मामले के बाद ड्रग विभाग ने अलर्ट जारी किया।
एक्शन मोड़ में ड्रग विभाग
Bulandshahr: कफ सिरप के सेवन से हाल ही में मध्यप्रदेश और राजस्थान में बच्चों की मौत के बाद ड्रग विभाग ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में मेडिकल स्टोर्स पर बड़ी कार्रवाई की। ड्रग कंट्रोल टीम ने जिले के प्रमुख शहरों में स्थित मेडिकल स्टोर्स पर रेड की और 25 कफ सिरप सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजे। इस कार्रवाई से दवा कारोबारियों में खलबली मच गई है, जो अब अपने माल की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं।
ड्रग कंट्रोल विभाग की टीम ने बुलंदशहर के अलावा खुर्जा, गुलावठी, जहांगीराबाद, औरंगाबाद, और सिकंदराबाद जैसे प्रमुख कस्बों में भी सैंपलिंग की कार्रवाई की। विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य कफ सिरप की गुणवत्ता को लेकर हो रही शिकायतों की जांच करना था। रेड के दौरान, टीम ने कफ सिरप के 25 सैम्पल इकट्ठे किए और इन्हें लैब में जांच के लिए भेज दिया। अधिकारियों का कहना है कि कफ सिरप की गुणवत्ता में किसी प्रकार की गड़बड़ी पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कफ सिरप पर बड़ी रेड
मध्यप्रदेश और राजस्थान में बच्चों की कफ सिरप के सेवन से हुई मौतों के बाद, ड्रग विभाग ने उत्तर प्रदेश में भी अलर्ट जारी किया। अधिकारियों के मुताबिक, इस तरह के हादसों को रोकने के लिए कफ सिरप की जांच करना बेहद जरूरी था, क्योंकि बच्चों के बीच इन दवाओं का सेवन एक गंभीर खतरा बन चुका है। बुलंदशहर में हुई इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया कि विभाग अब कफ सिरप की गुणवत्ता को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा।
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ड्रग विभाग की इस कार्रवाई से दवा कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। उनके मुताबिक, कफ सिरप का एक बड़ा हिस्सा विक्रेता और थोक विक्रेता द्वारा बिना उचित जांच के बिक्री के लिए रखा गया है। ऐसे में विभाग की ओर से की गई यह जांच सभी के लिए एक चेतावनी साबित हो रही है। अब कारोबारियों को यह एहसास हो रहा है कि भविष्य में गुणवत्ता जांच को लेकर और भी कड़ी कार्रवाइयाँ हो सकती हैं।