हिंदी
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर पुलिस मौजूदगी बढ़ाने के निर्देशों के बीच अचानक किए गए निरीक्षण में बड़ी लापरवाही सामने आई है। दो बार रात में किए गए औचक निरीक्षण में 10 पुलिसकर्मी गैरहाज़िर मिले, जिन्हें निलंबित कर दिया गया। डायल-112 के प्रभारी निरीक्षक को लाइन हाजिर किया गया है। विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
कमिश्नर लक्ष्मी सिंह
Noida: नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए तैनात पुलिसकर्मियों की बड़ी लापरवाही एक औचक जांच में उजागर हुई है। पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर मंगलवार रात दो बार किए गए अचानक निरीक्षण के दौरान कई पीआरवी वाहनों पर तैनात पुलिसकर्मी अपने निर्धारित स्थान पर मौजूद नहीं मिले। गंभीर चूक को देखते हुए 10 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया, जबकि डायल-112 के प्रभारी निरीक्षक को लाइन हाजिर किया गया है।
पुलिस आयुक्त ने हाल ही में कमिश्नरेट क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने, जनता में सुरक्षा की भावना बढ़ाने और संवेदनशील स्थानों पर पुलिस की सक्रियता मजबूत करने के निर्देश जारी किए थे। इन निर्देशों के तहत अतिरिक्त पीआरवी वाहनों की तैनाती की गई थी और प्रमुख स्थानों पर नियमित निगरानी सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया था। इसी व्यवस्था की वास्तविक स्थिति जानने के लिए मंगलवार रात को दो चरणों में निरीक्षण अभियान चलाया गया।
37 साल पुराना मामला: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पूछा- जज को धमकी देने वाला एसपी अभी जीवित है या नहीं?
पहला निरीक्षण: रात 8 बजे
पहला औचक निरीक्षण रात करीब 8 बजे किया गया। इस दौरान कुल चार पीआरवी वाहनों की जांच की गई। रिपोर्ट के अनुसार सिर्फ एक वाहन पर तैनात पुलिसकर्मी अपने निर्धारित स्थान पर ड्यूटी करते मिले, जबकि तीन वाहन पर तैनात पुलिसकर्मी मौके से गैरमौजूद पाए गए। एक्सप्रेसवे जैसे हाई-ट्रैफिक और संवेदनशील मार्ग पर पुलिस की अनुपस्थिति को गंभीर लापरवाही माना गया।
दूसरा निरीक्षण: रात 10 बजे
पहले निरीक्षण के तुरंत बाद सुधार के संकेत देखने के लिए दो घंटे बाद रात 10 बजे दोबारा जांच की गई। इस बार चार में से दो पीआरवी वाहनों पर पुलिसकर्मी अपने स्थान पर मौजूद मिले, लेकिन दो वाहनों पर तैनात कर्मचारी फिर भी गैरहाज़िर पाए गए। दो बार लगातार गैरमौजूदगी ने इस बात की पुष्टि कर दी कि ड्यूटी निगरानी में बड़े स्तर पर चूक हो रही है।
किन पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
अचानक निरीक्षण में गैरमौजूद पाए गए जिन 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। उपनिरीक्षक रतन सिंह, मुख्य आरक्षी छोटेलाल सिंह, अखलीम अली, सुमित कुमार, आरक्षी राजू कुमार, प्रशांत बालियान, रविंद्र कुमार, कृष्णवीर, गौरव चौधरी और होमगार्ड नवींद्र सिंह पर गाज गिरी है। इन सभी के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश भी जारी कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
इंडिगो की भारत में 200 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल, जानें चौंकाने वाली वजह
डायल-112 के प्रभारी निरीक्षक भी लाइन हाजिर
निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि डायल-112 के प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पांडेय द्वारा पर्यवेक्षण में गंभीर लापरवाही बरती गई थी। ड्यूटी और निगरानी व्यवस्था को प्रभावी तरीके से संचालित न करने के कारण उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया है।
पुलिस आयुक्त का सख्त रुख
पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने स्पष्ट किया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा जैसे हाई-टेक और तेज यातायात वाले क्षेत्र में पुलिसिंग में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस की भौतिक उपस्थिति सुनिश्चित की जाए तथा हर स्तर पर निगरानी तंत्र को और मजबूत किया जाए।