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जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट साइट पर 15 लाख की एल्युमिनियम केबल चोरी का खुलासा, इंजीनियर सहित चार गिरफ्तार। ग्रेटर नोएडा पुलिस ने कैन्टर और स्विफ्ट कार के साथ आरोपियों को पकड़ा, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल।
Noida Airport
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में देश का सबसे बड़ा जेवर एयरपोर्ट बनाया जा रहा है, जो अभी खतरे में है। कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश के चीफ मिनिस्टर (मुख्यमंत्री) योगी आदित्यनाथ भी इस निर्माणधीन एयरपोर्ट का जायजा लेने आए थे, लेकिन उनके जाते ही एयरपोर्ट के अंदर बड़ा कांड हो गया। दरअसल, ग्रेटर नोएडा पुलिस ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट निर्माण स्थल पर हुई बड़ी चोरी का पर्दाफाश करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस चोरी के गिरोह का मास्टरमाइंड एयरपोर्ट साइट पर तैनात इंजीनियर शिवम शर्मा ही निकला। पुलिस ने उसके साथियों ड्राइवर इरशाद, हेल्पर सिराज और कबाड़ी इजहार उर्फ सोनू को भी गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से लगभग 15 लाख रुपये की नई एल्युमिनियम केबल, एक फर्जी नंबर प्लेट लगा टाटा कैन्टर और एक स्विफ्ट कार बरामद की गई है।
पुलिस ने कैसे चोरों को पकड़ा?
एडीसीपी ग्रेटर नोएडा सुधीर कुमार ने बताया कि 3 दिसंबर की रात जेवर क्षेत्र में जीबीयू चौराहे पर नियमित चेकिंग के दौरान पुलिस की नजर एक संदिग्ध कैन्टर और उसके पीछे चल रही स्विफ्ट कार पर पड़ी। पुलिस ने दोनों वाहनों को रोकने का संकेत दिया, लेकिन चालक गाड़ियों को तेज गति से भगाने लगे। पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए दोनों वाहनों को घेराबंदी कर रोक लिया।
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पूछताछ में हुआ खुलासा
कैन्टर की तलाशी लेने पर उसमें नई एल्युमिनियम केबलों के बड़े बंडल मिले, जिनकी कीमत करीब 15 लाख रुपये बताई गई है। पुलिस ने दोनों वाहनों के चालक और साथ बैठे लोगों को मौके पर ही हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान मामला और गंभीर हो गया जब यह खुलासा हुआ कि यह चोरी कोई सामान्य घटना नहीं, बल्कि बीते कई दिनों से जारी सुनियोजित अपराध था, जिसकी साजिश खुद साइट इंजीनियर शिवम शर्मा ने रची थी।
कैसे करते थे चोरी?
पूछताछ में सामने आया कि शिवम शर्मा जेवर एयरपोर्ट के निर्माण में उपयोग हो रही महंगी केबलों की जानकारी रखता था। उसने लोभवश अपने ड्राइवर इरशाद, हेल्पर सिराज और कबाड़ी इजहार के साथ मिलकर चोरी का चैनल तैयार किया। आरोपियों का तरीका यह था कि देर रात साइट पर मौजूद केबलों को चुपके से निकालकर कैन्टर में भर लिया जाता था और बाहर ले जाकर कबाड़ी को ऊंचे दामों पर बेच दिया जाता था। स्विफ्ट कार को सुरक्षा के लिए पीछे लगाया जाता था, ताकि किसी खतरे या चेकिंग की स्थिति में तुरंत भागा जा सके।
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कुछ दिनों पहले आए थे योगी आदित्यनाथ
एयरपोर्ट निर्माण जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण राष्ट्रीय प्रोजेक्ट में इस तरह की चोरी सामने आने के बाद सुरक्षा व्यवस्था की खामियों पर गंभीर सवाल उठ गए हैं। खास तौर पर तब जब हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेवर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के तुरंत बाद इस प्रकार की चोरी होना प्रोजेक्ट प्रबंधन और सुरक्षा एजेंसियों की लापरवाही को सामने लाता है।
सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल
फिलहाल गिरफ्तार चारों आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। पुलिस ने मामले में संगठित चोरी, धोखाधड़ी और साजिश की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। जेवर एयरपोर्ट जैसी बड़ी परियोजना से जुड़े इस खुलासे ने प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को भी चौकन्ना कर दिया है।