Cyber Fraud in Raebareli: सेना से सेवानिवृत्त फौजी के साथ रायबरेली में हो गई साइबर ठगी

थाना सरेनी क्षेत्र में रहने वाले सेवा में कार्य कर चुके रिटायर्ड फौजी के साथ ऑनलाइन ठगी हो गई। पढिये पूरी खबर

रायबरेली: जनपद के सरेनी थाना क्षेत्र में एक सेवानिवृत्त फौजी के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने पुलिस को लिखित शिकायत देकर न्याय की मांग की है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार थाना सरेनी ल अंतर्गत झूलपुर गांव में एक सेवानिवृत्त फौजी से साइबर ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 73 वर्षीय हरिकिशोर नामक बुजुर्ग से दो अज्ञात लोगों ने राशन कार्ड बनवाने के नाम पर आधार कार्ड और मोबाइल लेकर उनकी सिम को पोर्ट कर दिया। इसके बाद उनके बैंक खाते से 2.61 लाख रुपये की भारी रकम धोखे से निकाल ली गई।

घटना दिनांक 24 मई 2025 की है, जब दो युवक बाइक से झूलपुर गांव पहुंचे। उन्होंने खुद को तहसील कर्मचारी बताया और बुजुर्ग हरिकिशोर से पूछा कि उनका राशन कार्ड बना या नहीं। जब बुजुर्ग ने ‘नहीं’ बताया तो ठगों ने आधार कार्ड मांगा और मोबाइल भी यह कहकर ले लिया कि जांच करनी है।

बुजुर्ग ने जब विश्वास कर दोनों चीजें सौंप दीं, तो आरोपियों ने चुपचाप उनका मोबाइल नंबर एयरटेल से वोडाफोन में पोर्ट कर दिया। कुछ दिन बाद जब हरिकिशोर बैंक गए, तो उन्हें पता चला कि उनके खाते से 28 से 31 मई के बीच 2,61,000 रुपये की अवैध निकासी हो चुकी है। वृद्ध फौजी ने इस संबंध में 4 जून को साइबर थाना, रायबरेली में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई है।

घटना से आहत हरिकिशोर ने पुलिस अधीक्षक रायबरेली को प्रार्थना पत्र देकर सरेनी थाने में प्राथमिकी दर्ज कर अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने तथा उनकी जीवन भर की जमापूंजी वापस दिलाने की मांग की है। पीड़ित का कहना है कि वे अब वृद्ध हो चुके हैं और यही धनराशि उनके बुढ़ापे का सहारा थी। उन्होंने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।

ऑनलाइन ठगी आज के डिजिटल युग में एक गंभीर समस्या बन गई है, जिससे व्यक्तिगत और वित्तीय सुरक्षा को खतरा है। ठग नए-नए तरीकों का इस्तेमाल करके लोगों को धोखा देते हैं, लेकिन सतर्कता और सावधानी बरतकर इनसे बचा जा सकता है. आज हम आपको साइबर ठगों से बचने के कुछ अचूक उपाय बताने जा रहे हैं, जिसका इस्तेमाल कर साइबर ठगों को भी चकमा दे सकते हैं। कोई भी संस्थान आपकी व्यक्तिगत जानकारी या ओटीपी फोन पर नहीं मांगता। ऐसे कॉल्स या मैसेज को नजरअंदाज करें। अगर आप ठगी का शिकार होते हैं, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या स्थानीय साइबर सेल में शिकायत दर्ज करें।

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