UP में कोविड का कहर! नए मामले से मचा हड़कंप

उत्तर प्रदेश में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। मंगलवार को नोएडा में कोरोना वायरस संक्रमण के 8 नए मामले पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज पर..

Post Published By: Deepika Tiwari
Updated : 27 May 2025, 5:01 PM IST
google-preferred

नोएडा : उत्तर प्रदेश में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। मंगलवार को नोएडा में कोरोना वायरस संक्रमण के 8 नए मामले सामने आए। जिससे राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 15 हो गई है। अब नोएडा में कुल 9 मरीज सक्रिय हैं, जो किसी एक जिले में सबसे ज्यादा है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक नोएडा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. नरेंद्र कुमार ने बताया कि नए संक्रमितों में 5 महिलाएं और 3 पुरुष शामिल हैं। इनमें से एक 43 वर्षीय पुरुष 21 मई को चेन्नई से लौटा था। जबकि अन्य सभी मरीज नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रह रहे थे। इन संक्रमितों की उम्र 24 से 71 साल के बीच है। गाजियाबाद में भी मामले, एक लड़की अस्पताल में भर्ती गाजियाबाद में भी कोरोना के मामलों की पुष्टि हुई है।

बृज विहार की 18 वर्षीय लड़की खांसी, जुकाम और बुखार की शिकायत के बाद कोविड पॉजिटिव पाई गई। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री सामने नहीं आई है। इसके अलावा वसुंधरा में रहने वाला एक दंपत्ति हाल ही में बेंगलुरु से लौटा था, दोनों को सर्दी-खांसी की शिकायत थी। उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। वैशाली में रहने वाली 37 वर्षीय महिला भी कोविड पॉजिटिव पाई गई है। जिसे डॉक्टर की सलाह पर आइसोलेशन में रखा गया है।

मुख्यमंत्री योगी ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक

प्रदेश में कोविड के मामलों में वृद्धि को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 22 मई को उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने कहा कि फिलहाल घबराने की कोई बात नहीं है, लेकिन वैश्विक स्थिति को देखते हुए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निगरानी और जांच की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

तेजी से फैल रहा JN.1 वैरिएंट

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में सामने आ रहे मामलों में JN.1 सब-वैरिएंट की भूमिका हो सकती है। यह ओमिक्रॉन के BA.2.86 स्ट्रेन का वैरिएंट है, जो पहली बार अगस्त 2023 में सामने आया था। दिसंबर 2023 में WHO ने इसे 'वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' घोषित किया।

JN.1 में करीब 30 म्यूटेशन हैं

JN.1 में करीब 30 म्यूटेशन हैं, जो इसे दूसरे वैरिएंट से ज्यादा संक्रामक बनाते हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यह वैरिएंट ज्यादा गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनता, लेकिन यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर सकता है। इसके लक्षण कई दिनों से लेकर हफ्तों तक रह सकते हैं और कुछ मामलों में लंबे समय तक कोविड रहने का खतरा भी हो सकता है।

लक्षण दिखें तो तुरंत जांच कराएं

स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, लेकिन लापरवाही भी न बरतें। अगर किसी को बुखार, जुकाम, खांसी या गले में खराश जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और कोविड जांच कराएं। भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने और हाथों की सफाई बनाए रखने की सलाह दी जाती है।

 

Location : 

Published :