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बदायूं में यातायात पुलिस ने सराहनीय और संवेदनशील पहल करते हुए सड़क सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए शनिवार को एक विशेष अभियान चलाया। इस अभियान के तहत ऐसे दोपहिया वाहन चालकों की पहचान के लिए उनके वाहनों पर विशेष सांकेतिक लोगो लगाए गए, जो बोलने और सुनने में अक्षम हैं।
ट्रैफिक पुलिस का खास अभियान
Badaun: बदायूं में यातायात पुलिस ने सराहनीय और संवेदनशील पहल करते हुए सड़क सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए शनिवार को एक विशेष अभियान चलाया। इस अभियान के तहत ऐसे दोपहिया वाहन चालकों की पहचान के लिए उनके वाहनों पर विशेष सांकेतिक लोगो लगाए गए, जो बोलने और सुनने में अक्षम हैं। यातायात विभाग की यह पहल इन व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ अन्य वाहन चालकों को भी सतर्क रहने हेतु प्रेरित करती है।
ट्रैफिक इंस्पेक्टर रामलड़ते के नेतृत्व में चलाए गए इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह था कि सड़क पर चल रहे वाहन चालक आसानी से पहचान सकें कि सामने वाला चालक बोल-सुन नहीं सकता। इससे सड़क पर सावधानी बढ़ेगी और दुर्घटनाओं में कमी आएगी। पुलिस का मानना है कि इस तरह की पहचान होने से दोनों पक्षों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।
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इस अभियान के तहत यातायात पुलिस ने कई दोपहिया वाहनों पर विशेष सांकेतिक चिन्ह (लोगो) लगाए। ये लोगो एक तरह का सावधान संकेत है, जो अन्य वाहन चालकों को यह बताता है कि सामने वाला व्यक्ति सुनने या बोलने में असमर्थ है। यह चिन्ह सड़क पर चलते समय लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने का संदेश देता है।
यातायात इंस्पेक्टर रामलड़ते ने आम नागरिकों से अपील की कि सड़क पर चलते समय यदि ऐसे किसी वाहन पर सांकेतिक लोगो दिखे तो तुरंत सावधानी बढ़ा दें। उन्होंने कहा-“हम सबकी ज़िम्मेदारी है कि ऐसे व्यक्तियों की सुरक्षा का ध्यान रखें। यदि लोगो देखें तो समझें कि वह चालक बोल-सुन नहीं पाता। ऐसे में स्वयं भी सावधान रहें और उन्हें भी सुरक्षित रास्ता दें।”
Badaun : बदायूं यातायात पुलिस का सराहनीय कदम!
ट्रैफिक इंस्पेक्टर रामलड़ते द्वारा आज विशेष अभियान चलाकर बोलने और सुनने में अक्षम दोपहिया वाहन चालकों के वाहनों पर सांकेतिक लोगो लगाए गए।#BadaunPolice #TrafficSafety #SpecialCampaign #RoadSafety #UPPolice pic.twitter.com/NwVofjqwCO— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) December 12, 2025
यातायात पुलिस का यह अभियान न केवल एक पहचान चिन्ह लगाने का कार्यक्रम था बल्कि यह लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति अधिक जागरूक बनाने का प्रयास भी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आगे भी ऐसे अभियान समय-समय पर चलाए जाएंगे ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके और विशेष रूप से दिव्यांगजनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने यातायात पुलिस के इस कदम का स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह पहल न सिर्फ दिव्यांगजनों के प्रति संवेदनशीलता दिखाती है, बल्कि समाज को भी सुरक्षित यातायात की दिशा में कदम बढ़ाने हेतु प्रेरित करती है। बदायूं पुलिस की यह मुहिम सड़क सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक कदम साबित हो रही है, जिसका लाभ लंबे समय तक जनहित में देखने को मिलेगा।