

सूरतगंज क्षेत्र के गोवा मंझारा मजरे मल्लाहनपुरवा गाँव में शारदीय नवरात्र की शुरुआत भव्य कलश यात्रा के साथ हुई। सोमवार को ककरहा घाट से निकली इस कलश यात्रा में महिलाओं और बालिकाओं ने परंपरा के अनुसार सिर पर 101 कलश धारण कर सुमली नदी से जल भरा और माता दुर्गा के जयकारों के साथ गाँव की ओर रवाना हुईं। कलश यात्रा के दौरान श्रद्धालु भक्ति गीतों और भजनों पर थिरकते नजर आए, पूरा मार्ग ‘जय माता दी’ के नारों से गूंज उठा।
श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन
Barabanki: नवरात्र के पावन अवसर पर बाराबंकी के ब्लॉक सूरतगंज क्षेत्र के गोवा मंझारा मजरे मल्लाहनपुरवा गाँव में शारदीय नवरात्र की शुरुआत भव्य कलश यात्रा के साथ हुई। सोमवार को ककरहा घाट से निकली इस कलश यात्रा में महिलाओं और बालिकाओं ने परंपरा के अनुसार सिर पर 101 कलश धारण कर सुमली नदी से जल भरा और माता दुर्गा के जयकारों के साथ गाँव की ओर रवाना हुईं। कलश यात्रा के दौरान श्रद्धालु भक्ति गीतों और भजनों पर थिरकते नजर आए, पूरा मार्ग ‘जय माता दी’ के नारों से गूंज उठा।
गाँव पहुंचने पर कलशों को विधिविधान से पूजा-अर्चना कर स्थापित किया गया। इसके साथ ही भव्य पंडाल में लगभग छह फीट ऊंची मां दुर्गा की आकर्षक प्रतिमा की स्थापना हुई, जिसका दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पंडाल में प्रतिदिन श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन शुरू हुआ।
कथा वाचक पं. विनायक दत्त मिश्रा ने पहले दिन भक्तों को भागवत महात्म्य का विस्तार से वर्णन किया और बताया कि इसके श्रवण से सभी दुख-दर्द दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।