

सोनभद्र जिले में तीन दरोगा जनशिकायतों और आईजीआरएस के मामलों में लापरवाही के आरोप में निलंबित। एसपी ने कहा, पुलिस विभाग में किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विभागीय कार्रवाई जारी है।
पुलिस विभाग में बड़ी कार्रवाई
Sonbhadra: जिले में पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। रॉबर्ट्सगंज, हाथीनाला और पिपरी थाना क्षेत्रों के तीन दरोगा को जनशिकायतों और आईजीआरएस (इंटरग्रेटेड ग्रिवांस रिड्रेसल सिस्टम) की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने के कारण निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने तीनों उपनिरीक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, जनता की शिकायतों का समाधान करने और आईजीआरएस के मामले को सही तरीके से निपटाने में तीनों दरोगा गंभीर रूप से लापरवाह पाए गए। शिकायतें लगातार एसपी कार्यालय तक पहुंच रही थीं कि संबंधित थानों में शिकायतों का समाधान नहीं हो पा रहा है और शिकायतकर्ता तंग आ चुके हैं। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए एसपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों दरोगा को निलंबित करने का आदेश दिया।
#सोनभद्र जिले में तीन दरोगा जनशिकायतों और आईजीआरएस के मामलों में लापरवाही के आरोप में निलंबित। एसपी ने कहा, पुलिस विभाग में किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विभागीय कार्रवाई जारी है।#SonbhadraNews #PoliceAction #IGRS pic.twitter.com/7Gj480uPUR
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 3, 2025
रॉबर्ट्सगंज, हाथीनाला और पिपरी थाना क्षेत्र से आने वाली शिकायतें न केवल आईजीआरएस में दर्ज होती थीं, बल्कि उनकी जांच और समाधान में भी अनियमितता बरती जा रही थी। इससे जनता के बीच पुलिस विभाग की विश्वसनीयता को बड़ा नुकसान पहुंचा है। इस कारण पुलिस अधीक्षक ने साफ कर दिया है कि विभाग में किसी भी अधिकारी द्वारा अपनी जिम्मेदारी से कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
निलंबित दरोगा जनशिकायतों की अनदेखी के साथ-साथ नियमों का उल्लंघन कर रहे थे, जिससे जिले की कानून व्यवस्था प्रभावित हो रही थी। इस मामले में विभागीय जांच जारी है और कार्रवाई के बाद अन्य आवश्यक कदम भी उठाए जाएंगे।
पुलिस अधीक्षक ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी शिकायत के लिए बेझिझक पुलिस अधीक्षक कार्यालय से संपर्क करें। उन्होंने कहा कि सभी शिकायतों का उचित और शीघ्र निपटान सुनिश्चित किया जाएगा ताकि पुलिस सेवा का उद्देश्य पूरा हो सके और जनता का भरोसा बना रहे। विभाग भी इस मामले को गंभीरता से लेकर सुधारात्मक उपायों को लागू करने पर जोर दे रहा है ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो।