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जिले के फेफना थाना क्षेत्र के एकवारी गांव में करंट लगने से 60 वर्षीय महिला की मौत हो गई। घटना से गांव में मातम छा गया, वहीं सांसद ने बिजली विभाग पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये मुआवजा देने के निर्देश दिए।
महिला की करंट लगने से दर्दनाक मौत
Ballia: बलिया जनपद के फेफना थाना क्षेत्र के एकवारी गांव में गुरुवार को उस वक्त कोहराम मच गया जब एक 60 वर्षीय वृद्ध महिला की करंट लगने से मौत हो गई। मृतका की पहचान सुशीला देवी पत्नी रामसागर गोंड उर्फ भगेलु निवासी बरवा गांव, थाना सुखपुरा के रूप में हुई है। वह सुबह रोज की तरह बकरी चराने निकली थीं, लेकिन बिजली के खुले तारों की चपेट में आकर मौके पर ही दम तोड़ दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार दोपहर करीब 11 बजे सुशीला देवी बकरी चराने के लिए एकवारी गांव के पास खेतों की तरफ गई थीं। वहां बिजली का तार टूटा हुआ जमीन पर गिरा था। बारिश के बाद नमी के कारण विद्युत धारा जमीन में फैल गई और सुशीला देवी उसकी चपेट में आ गईं। ग्रामीणों ने जब देखा तो उन्होंने शोर मचाया, लेकिन तब तक सुशीला देवी की मौके पर ही मौत हो चुकी थी।
सूचना पाकर फेफना थाना प्रभारी विश्वदीप सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। अगर परिजन तहरीर देते हैं तो संबंधित विभाग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
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इस दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को झकझोर दिया है। मृतका सुशीला देवी का परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमजोर बताया जा रहा है। उनके पति रामसागर गोंड उर्फ भगेलु दोनों आंखों से अंधे हैं और परिवार की जिम्मेदारी उनके बेटे अनिरुद्ध पर थी, जो तीन दिन पहले ही विदेश कमाने गया था। जैसे ही बेटे को मां की मौत की खबर मिली, वह फूट-फूटकर रो पड़ा। गांव के लोग परिवार की हालत देखकर गहरे दुख में हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम फेफना, सीओ, लेखपाल अखिलेश सिंह और वेद प्रकाश सिंह मौके पर पहुंचे। एसडीएम ने तत्काल राहत के लिए पीड़ित परिवार को दुर्घटना बीमा के तहत पांच लाख रुपये का मुआवजा दिलाने की घोषणा की। उन्होंने गांव के कोटेदार को निर्देश दिया कि वह तुरंत राशन और आवश्यक सामग्री परिवार को उपलब्ध कराए। एसडीएम ने कहा कि यह घटना बेहद दुखद है। प्रशासन पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है। रिपोर्ट लगाई जा चुकी है और बीमा मुआवजा शीघ्र दिलाया जाएगा।”
घटनास्थल पर पहुंचे बलिया सांसद सनातन पांडेय ने बिजली विभाग को कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है। विभाग की लापरवाही से आए दिन ऐसे हादसे हो रहे हैं। अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं। इस मामले में मैं स्वयं मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री से शिकायत करूंगा ताकि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने बिजली विभाग से कहा कि गांव के सभी पुराने तार और पोल की तकनीकी जांच कराई जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
घटना के बाद एकवारी और बरवा गांव के लोग गुस्से में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में कई जगह बिजली के तार खुले लटक रहे हैं, जिसकी शिकायतें पहले भी की गई थीं, लेकिन विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया। ग्रामीण शिवनारायण गोंड ने कहा कि हमने कई बार विभाग को बताया कि तार नीचे झूल रहा है, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। आज उसी लापरवाही की वजह से एक जान चली गई।
फेफना थाना प्रभारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों की आधिकारिक पुष्टि की जाएगी। साथ ही, पुलिस ने बिजली विभाग से रिपोर्ट मांगी है कि उस क्षेत्र में उस दिन बिजली आपूर्ति बंद थी या चालू, और तार किस स्थिति में था। पुलिस का कहना है कि यदि विभागीय लापरवाही सामने आती है, तो अधिकारियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304ए (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।