BLOG: हरियाणा विधानसभा चुनाव में बदलाव की हवा?

डीएन ब्यूरो

कुछ ही दिनों बाद हरियाणा में विधानसभा चुनावों की वोटिंग होनी है। ऐसे में इस लेख में हम जानने की कोशिश करेंगे कि चुनाव में कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी पार्टी की क्या स्थिति है।

हरियाणा में किसकी होगी जीत?
हरियाणा में किसकी होगी जीत?


चण्डीगढ़: हरियाणा में आगामी 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वोटिंग होनी है। चुनाव के दौरान सत्तारूढ़ भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है। आम आदमी पार्टी ने भी चुनाव में पूरे 90 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। अब देखना यह होगा कि पिछले 10 साल से सत्ता पर काबिज भाजपा (BJP) इस बार चुनाव में जीत हासिल कर पायेगी या फिर दिल्ली और पंजाब (Punjab) की तरह हरियाणा (Haryana) में भी आम आदमी पार्टी कुछ अलग कारनामा करेगी। 

डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक इस बार हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Vidhansabha Election) में कांग्रेस भी कड़ी टक्कर दे सकती है, क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनाव में हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस का प्रदर्शन एक जैसा ही थी। दोनों पार्टियों ने 2024 के लोकसभा चुनाव में राज्य की 10 सीटों में से पांच-पांच सीटें जीतीं थीं। 

हरियाणा चुनाव, भाजपा के लिए खतरा? 
हरियाणा विधानसभा जीतना इस बार भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती है। इसके दो मुख्य कारण हो सकते हैं। पहला किसानों (Farmers) की नाराजगी और दूसरा महिला पहलवानों का मामला। इन दोनों मुद्दों पर भाजपा को भारी रोष और नाराजगी का सामना करना पड़ा है। इस नाराजगी का असर हरियाणा विधानसभा में भाजपा को दिख सकता है। यहां तक की इस नाराजगी के लिए भाजपा ने कोई ज्यादा प्रयास भी नहीं किया। यह सबको पता है कि हरियाणा में किसानों और पहलवानों व उनके परिजनों की संख्या बहुत है। अब देखना ये होगा कि इस मुद्दे से भाजपा कैसे किनारा कर पायेगी। 

पहलवानों का जत्था कांग्रेस के पाले में? 
इसके अलावा हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress) ने पूरा जोर लगा दिया है। विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) औप बजरंग पुनिया ने भी कांग्रेस का हाथ थामा है। इससे किसानों और पहलवानों का एक बड़ा जत्था कांग्रेस के पाले में दिख रहा है, जिसका फायदा कांग्रेस का मिल सकता है। 

क्या सच में कांग्रेस 70 से ज्यादा सीटें जीतेगी?
हरियाणा के कांग्रेस प्रमुख उदय भान (Uday Bhan) ने कहा है कि पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में 70 से अधिक सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को भारी जनसमर्थन मिल रहा है। हम जहां भी जाते हैं वहां भारी भीड़ होती है। उनके इस बयान में कितनी सच्चाई है ये तो जनता तय करेगी, लेकिन कांग्रेस को इस बार समर्थन तो मिलता दिख रहा है। 

हरियाणा चुनाव में केजरीवाल करेंगे कमाल? 
इस चुनाव में आम आदमी पार्टी की भूमिका की बात करें तो उनके वोट बैंक को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। पार्टी चुनाव में 90 सीटों पर उम्मीदवार उतारने के बाद जीतने के लिए पूरा दमखम लगा रही है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सशर्त जमानत पर जेल से बाहर आ चुके हैं। उनके दिल्ली सीएम (Delhi CM) पद से इस्तीफे का ऐलान क्या गुल खिलायेगा ये बाद की बात है, लेकिन जेल से बाहर आने के बाद वो हरियाणा चुनाव में भारी जनसमर्थन जुटाने का प्रयास करेंगे। हरियाणा चुनाव में इन पार्टियों की तिकड़ी का मुकाबला देखने लायक होगा। कुल मिलाकर हरियाणा का ये विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए जीतना आसान नहीं है।


 










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