Nepal Plane Crash: नेपाल गया था पशुपति नाथ मंदिर में मत्था टेकने लेकिन मौत ने लगा लिया गले

डीएन ब्यूरो

नेपाल विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों में से एक सोनू जायसवाल हाल में पुत्र प्राप्ति की मन्नत पूरी होने के बाद काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर में मत्था टेकने गया था। उसके परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी।

फ़ाइल फ़ोटो
फ़ाइल फ़ोटो


लखनऊ: नेपाल विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों में से एक सोनू जायसवाल हाल में पुत्र प्राप्ति की मन्नत पूरी होने के बाद काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर में मत्था टेकने गया था। उसके परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी।

सोनू के रिश्तेदार और चक जैनब गांव के प्रधान विजय जायसवाल ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि जायसवाल (35) की दो बेटियां हैं और उन्होंने भगवान पशुपतिनाथ से मन्नत मानी थी कि अगर उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई तो वह मंदिर आएंगे।

उन्होंने कहा, 'सोनू अपने तीन दोस्तों के साथ 10 जनवरी को नेपाल गया था। सोनू का एकमात्र मकसद भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन करना था, क्योंकि बेटा होने की उसकी इच्छा हाल में पूरी हुई थी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। उसका बेटा अभी छह माह का है। '

सोनू की जिले में शराब की दुकान है, उसका अलावलपुर चट्टी में एक घर है लेकिन वह वर्तमान में वाराणसी के सारनाथ में रह रहा था।

जायसवाल ने बताया कि मृतकों में सोनू के तीन अन्य दोस्त अभिषेक कुशवाहा (25), विशाल शर्मा (22) और अनिल कुमार राजभर (27) भी शामिल हैं।

विजय जायसवाल ने कहा कि जैसे ही विमान दुर्घटना की खबर फैली, लगभग पूरा गांव सोनू के घर के बाहर इकट्ठा हो गया और उसकी कुशलक्षेम की कामना करने लगा, क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि वह ठीक होगा। जिला प्रशासन के अधिकारी बाद में दुखद समाचार लेकर आए।

उन्होंने कहा, 'सोनू की पत्नी और बच्चों को अभी तक घटना के बारे में नहीं बताया गया है। वे दूसरे घर में हैं।'

यह भी पढ़ें | Nepal Plane Crash: विशेषज्ञों ने नेपाल के उड्डयन उद्योग में सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर जतायी चिंता, पढ़िये ये रिपोर्ट

ग्रामीणों ने बताया कि सोनू और उसके तीन दोस्तों को लोकप्रिय पर्यटन स्थल पोखरा में पैराग्लाइडिंग का आनंद लेने के बाद मंगलवार को गाजीपुर लौटना था।

अधिकारियों ने नेपाल में बताया कि चारों पशुपतिनाथ मंदिर के पास गौशाला में रुके थे और फिर पोखरा जाने से पहले थमेल में होटल ‘डिस्कवरी इन’ में रुके थे।

उन्होंने कहा कि वे गोरखपुर के रास्ते पोखरा से भारत लौटने की योजना बना रहे थे।

यति एयरलाइंस के प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला ने कहा कि अभी तक किसी के जीवित बचने की कोई सूचना नहीं है।

अधिकारियों ने कहा कि रविवार को येती एयरलाइंस यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में पांच भारतीयों सहित कम से कम 68 लोगों की मौत हो गई।

येती एयरलाइंस के एक अधिकारी ने बताया कि संजय जायसवाल नामक एक अन्य भारतीय की भी मौत हुई है।

स्थानीय लोगों के अनुसार, अनिल कुमार राजभर कंप्यूटर व्यवसाय में था और 'जन सेवा केंद्र' चलाता था, जबकि अभिषेक भी कंप्यूटर व्यवसाय में था और विशाल शर्मा दोपहिया वाहनों की दुकान में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम करता था।

यह भी पढ़ें | Nepal Plane Crash: आखिर क्यों हुआ नेपाल विमान हादसा, अब सामने जांच रिपोर्ट

जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने रविवार को 'पीटीआई-भाषा' को फोन पर बताया 'नेपाल में हुए विमान हादसे में मारे गए लोगों में गाजीपुर के सोनू जायसवाल, अनिल राजभर, अभिषेक कुशवाहा और विशाल शर्मा भी शामिल हैं। वे कासिमाबाद तहसील के विभिन्न गांवों के रहने वाले थे।'

उन्होंने बताया 'मृतकों के परिवारों से संपर्क किया जा रहा है। हमारे उपजिलाधिकारी तथा अन्य अधिकारी उनसे मुलाकात कर रहे हैं।'

अखौरी ने बताया 'हम दूतावास के संपर्क में भी हैं। नेपाल में बचाव कार्य जारी है। फिलहाल रात होने के कारण यह रुक गया है लेकिन यह कल दोबारा शुरू होगा। शव प्राप्त होने के बाद हम आवश्यक कार्रवाई करेंगे।'

इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर इस घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा 'नेपाल में हुई विमान दुर्घटना अत्यंत दुःखद है। इसमें भारतीय नागरिकों समेत काल-कवलित हुए सभी लोगों के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि! मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्री राम दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।'

मुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा 'उत्तर प्रदेश के काल-कवलित हुए लोगों के पार्थिव शरीर को राज्य में लाने की व्यवस्था करने के लिए अधिकारियों को विदेश मंत्रालय से समन्वय करने हेतु निर्देश दिए गए हैं।'










संबंधित समाचार