महाकुंभ को लेकर रायबरेली में हुआ प्रसिद्ध संतों का समागम
धार्मिक नगरी प्रयागराज में होने वाले जा रहे महाकुंभ में सहभागिता दिखाते हुए राणा बेनी माधव बक्श सिंह स्मारक समिति की तरफ से बुधवार को संत समागम एवं कुंभ के स्वर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
रायबरेली: धार्मिक नगरी प्रयागराज में होने वाले जा रहे महाकुंभ में सहभागिता दिखाते हुए राणा बेनी माधव बक्श सिंह स्मारक समिति की तरफ से बुधवार को संत समागम एवं कुंभ के स्वर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शहर के होटल प्लीसेंट व्यू में आयोजित कार्यक्रम में जिले के संतों का सम्मान और उनका आशीर्वाद समिति की तरफ से प्राप्त किया गया।
इसके साथ ही कुंभ के स्वर कार्यक्रम में भजन संध्या में डॉ सोमा घोष ने कुंभ पर अनेक गीत गाए। संतों के समागम में कुंभ पर विस्तृत रूप से बखान किया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सनातन धर्म पीठ मठ के महामंडलेश्वर स्वामी देवेंद्रानन्द गिरि ने कहा कि आज धार्मिक कार्य करने के लिए समिति बधाई के पात्र है।
उन्होंने कहा कि कुंभ का जो स्वरूप है, हमारे जीवन में विभिन्न चीजों को जागृत करता है। देवता को मिलाने का काम कुंभ ने किया है। हम लोग रायबरेली में बैठकर महाकुंभ पर चर्चा कर रहे हैं। यह बहुत ही गौरव का विश्व है। हमने अपने अंदर से भी कुंभ मनाना है।
यह भी पढ़ें |
रायबरेली: जेल में कैदी की मौत पर परिजनों ने लगाया आरोप, की जांच की मांग
शहर के छोटी बाजार स्थित दैवी सम्पद मण्डल आश्रम के स्वामी ज्योतिर्मयानन्द सरस्वती ने कहा कि सदा बोध सनातना यह सदा से ही रहा है और यह किसी भी व्यक्ति विशेष द्वारा चलाया नहीं गया है। यह मानव मात्र नहीं बल्कि प्राणी का कल्याण करने हेतु है।
उन्होंने कहा कि अब हम वैचारिक रूप से संक्रिण होते चले आ रहे हैं। ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः’के अनुसार ही हम लोग कार्य करते रहे हैं और यही हमें विश्व में सबसे अलग बनाती है।
परमात्म बोध आश्रम के महराज दण्डी स्वामी ने कहा कि कुंभ का सौभाग्य सिर्फ हमारे देश को मिल रहा है। दुनिया में हम लोग सबसे अनोखे हैं कि हमने इस धरा पर जन्म लिया है। महाकुंभ के विशेष मौके पर स्मारक समिति ने कार्यक्रम को आयोजन कराने का निर्णय लिया गया है, वह वास्वत में बहुत ही प्रेरणादायक है। यह हर 12 वर्ष में आयोजित होता है और हम अपनी जिंदगी में सुधार करना है।
राणा बेनी माधव स्मारक समिति के अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ से प्रेरणा लेते हुए इस कुंभ में भागीदारी जताते हुए संतों का समागम करने का निर्णय लिया गया। आज अपने आशीष के लिए इन संतों की उपस्थिति से अध्यात्मिक और धार्मिक का तेज प्राप्त हो रहा है।
यह भी पढ़ें |
Rae Bareli: मामूली बात पर कलयुगी बेट ने वृद्ध मां को उतारा मौत के घाट
कार्यक्रम का संचालन सूरज शुक्ला ने किया।
इस मौके पर स्मारक समिति के संरक्षक इंद्रेश विक्रम सिंह, राजा राकेश प्रताप सिंह, अशोक सिंह रामपुरी, रविंद्र सिंह, हरिहर सिंह, डॉ0 मनीष चौहान, डॉ0 आशुतोष सिंह, कौशलेन्द्र सिंह, विवेक विक्रम सिंह, राजेंद्र बहादुर सिंह, बबलू केसरिया, लखन सिंह, उमेश सिकरिया, शिव कुमार सिंह, डायट प्राचार्य जेपी सिंह, विजय सिंह बघेल, प्रमेन्द्र पाल गुलाटी, राकेश सिंह, एसपी सिंह, शिवम सिंह, गोविंद खन्ना, ममता कुबेले, डॉ0 रवि प्रताप सिंह, डॉ0 चम्पा श्रीवास्तव, अरविंद श्रीवास्तव, डॉ0 आरबी श्रीवास्तव, सुभाष महर्षि आदि लोग उपस्थित रहे।
सुनिये भोजपुरी के ट्रेंडिंग स्टार खेसारी लाल क्या कह रहे हैं: