

टीम इंडिया अक्टूबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी, जिसमें शुभमन गिल कप्तान और रवींद्र जडेजा उप-कप्तान होंगे। करुण नायर को इंग्लैंड दौरे में कमजोर प्रदर्शन के कारण टीम से बाहर रखा गया है, जबकि देवदत्त पडिक्कल को मौका मिला है।
करुण नायर (Img: Internet)
New Delhi: भारत और वेस्टइंडीज के बीच आगामी टेस्ट सीरीज 2 अक्टूबर से शुरू हो रही है। बीसीसीआई ने टीम इंडिया की 15 सदस्यीय टीम का एलान कर दिया है। इस सीरीज में इंग्लैंड दौरे के बाद एक बार फिर शुभमन गिल टीम इंडिया की कप्तानी संभालेंगे। वहीं, अनुभवी खिलाड़ी रवींद्र जडेजा को उप-कप्तान बनाया गया है।
इंग्लैंड दौरे के बाद करुण नायर को भारतीय टीम में जगह नहीं मिली है। हालांकि, आठ साल बाद उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में वापसी की थी, लेकिन उनके प्रदर्शन से चयनकर्ताओं पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं। मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने इस बारे में कहा कि नायर से टीम को सिर्फ़ एक पारी से ज्यादा उम्मीद थी, लेकिन वह उस उम्मीद पर खरे नहीं उतरे। इसके चलते, नायर की जगह इस सीरीज के लिए नई प्रतिभा देवदत्त पडिक्कल को टीम में मौका दिया गया है।
करुण नायर (Img: Internet)
अगरकर ने बताया कि टीम चयन में कई खिलाड़ियों को मौका देना प्राथमिकता है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में यह सीमित ही हो पाता है। उन्होंने कहा, "पडिक्कल को और मौके मिलेंगे और हम ऐसे कई खिलाड़ियों को परखना चाहते हैं।"
टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ी और इंडिया ए के पूर्व कप्तान श्रेयस अय्यर इस सीरीज में फिटनेस समस्याओं के कारण उपलब्ध नहीं होंगे। अजीत अगरकर ने कहा कि अय्यर में नेतृत्व क्षमता है और वे टीम के लिए महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। लेकिन उनकी फिटनेस को लेकर चुनौतियां हैं। चयनकर्ताओं की प्राथमिकता है कि श्रेयस पूरी तरह फिट होकर टीम में वापसी करें और अपना अच्छा प्रदर्शन दें।
बीसीसीआई ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया की अंतिम सूची घोषित कर दी है, जिसमें युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का संतुलन है। कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में टीम में यह खिलाड़ी शामिल हैं:
शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा (उप-कप्तान), वाशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, अक्षर पटेल, नितीश कुमार रेड्डी, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, कुलदीप यादव, एन जगदीशन।
यह सीरीज भारत के लिए युवा खिलाड़ियों को परखने और टेस्ट क्रिकेट में अपने दावेदारों को मजबूत करने का मौका है। शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया उम्मीद करेगी कि वे वेस्टइंडीज के खिलाफ मजबूत वापसी करें और टेस्ट क्रिकेट में अपने दखल को और भी मजबूत बनाएं।