

कांग्रेस ने घोषणा की है कि राहुल गांधी आज सुबह 10 बजे इंदिरा भवन ऑडिटोरियम में विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। मीडिया प्रतिनिधियों को 9:30 बजे तक बैठने के लिए कहा गया है। पार्टी इस कार्यक्रम को अहम मान रही है और इसके लिए पूरी तैयारियां की गई हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की पीसी आज
New Delhi: कांग्रेस ने घोषणा की है कि राहुल गांधी आज सुबह 10 बजे इंदिरा भवन ऑडिटोरियम में एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। मीडिया को 9:30 बजे बैठने के लिए कहा गया है। यह बैठक उसी पृष्ठभूमि पर बुलाई गई है जब नेता ने हाल ही में ‘वोट चोरी’ को लेकर बड़े खुलासे का संकेत दिया था।
राहुल गांधी ने पिछले कुछ दिनों में ‘हाइड्रोजन बम’ जैसा खुलासा आने का एलान किया था और आज के प्रेस ब्रीफिंग से यही आशंका और मजबूत हुई है कि वे चुनावी जुड़ाव और वोटिंग प्रक्रिया से जुड़े किसी बड़े सबूत या दस्तावेज़ को सामने रख सकते हैं। राजनीतिक हलकों में इसको लेकर बहस तेज हो चुकी है कि क्या कांग्रेस के पास ऐसी कोई नई जानकारी है जो चुनावी सत्यनिष्ठा पर प्रश्न उठाए।
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विशेषकर 'वोट चोरी' के विषय पर यह प्रेस मीट राजनीतिक बहस को और तेज कर सकती है। विपक्षी दलों और समर्थकों की ओर से इसे चुनावी सत्यनिष्ठा का मुद्दा बनाने की संभावना है, जबकि सत्ताधारी पक्ष इसे राजनीति साधने का आरोप लगाएगा — यानी इस एक प्रेस कॉन्फ्रेंस से सियासी मोर्चे पर हलचल बढ़ सकती है।
कल 18 सितंबर, सुबह 10 बजे इंदिरा भवन ऑडिटोरियम में नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi विशेष प्रेस वार्ता को संबोधित करेंगे।
उन्हें सुनने के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल्स से जुड़ें-
📺 https://t.co/4uLWRC44PR pic.twitter.com/msopS08cGE
— Congress (@INCIndia) September 17, 2025
राहुल गांधी के पिछले वक्तव्यों को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि वे केवल आरोप तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि केंद्र सरकार और संभवतः चुनाव आयोग से जुड़ी कथित विफलताओं या मिलीभगत के दावे भी पेश कर सकते हैं जो बहस को संस्थागत स्तर पर ले जा सकते हैं।
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प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये कांग्रेस संभवतः विपक्षी गठबंधन के रणनीतिक रुख को भी स्पष्ट करेगी — कि आगे किस तरह से राज्यों में मोर्चा संभाला जाएगा और क्या नई राजनीतिक पहलें की जाएंगी। यह रेडिकल फैसला नहीं होगा, पर दिशा-निर्देश और अगला राजनीतिक कदम यहाँ से साफ़ हो सकता है।
बीजेपी और उसके समर्थक पहले ही 'हाइड्रोजन बम' टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दे चुके हैं और आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद हम तेज़ राजनीतिक रिटॉर्क्स और बयानबाजी की लहर देख सकते हैं — दोनों ओर से मुद्दों को लेकर जुबानी टकराव बढ़ने की संभावना बरकरार है।
अब देखना होगा कि आज के खुलासे का असर क्या होगा और आने वाले दिनों में राहुल गांधी की रणनीति किस तरह राजनीतिक परिदृश्य बदलती है।