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उत्तर प्रदेश,पश्चिम बंगाल समेत देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इन दिनों चुनाव आयोग द्वारा गहन मतदाता पुनरीक्षण अभियान यानि एसआर अभियान चलाया जा रहा है। एसआईआर के दौरान कई राज्यों से बूथ लेवल ऑफिसर्स यानी बीएलओ की मौत की खबरें है। लगातार चुनाव आयोग पर विपक्षी दलों द्वारा सवाल उठाये जा रहे हैं।
BLO की मौतें और SIR पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल समेत देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इन दिनों चुनाव आयोग द्वारा गहन मतदाता पुनरीक्षण अभियान यानि एसआर अभियान चलाया जा रहा है। एसआईआर के दौरान कई राज्यों से बूथ लेवल ऑफिसर्स यानी बीएलओ की मौत की खबरें है। बीएलओ मौत का मामला सुर्खियों में बना हुआ है और लगातार चुनाव आयोग पर विपक्षी दलों द्वारा सवाल उठाये जा रहे हैं।
एसआईआर और बीएलओ की मौत के मामले पर सुनवाई
जानकारी के मुताबिक, एसआईआर समेत बीएलओ की मौतों को लेकर शुक्रवार को एक बड़ा अपडेट सामने आया है। इस मामले को लेकर टीएमएसी ने शुक्रवार को दिल्ली चुनाव आयोग जाकर चुनाव आयुक्त से मुलाकात की थी और अपनी चिंताओं से आयोग को अवगत कराया था।
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अब सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर सुनवाई करने को तैयार हो गया है। सुप्रीम कोर्ट एसआईआर और बीएलओ की मौत के मामले पर सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर चुनाव आयोग को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।
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सियासी व सामाजिक तौर पर गंभीर हो रहा मामला
देश के 7 राज्यों में 24 दिनों में अब तक 28 बीएलओ की मौत की खबरें है। हर दिन मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है और मामला भी सियासी व सामाजिक तौर पर गंभीर होता जा रहा है। तमाम विपक्षी दल और नेता एसआईआर की प्रक्रिया को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। उनका कहना है कि एसआईआर के अत्यधिक काम के बोझ और तनाव के कारण बीएलओ की मौतें हो रही हैं।
वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन का दूसरा फेज़
अभी 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चुनाव आयोग वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन का दूसरा फेज़ कर रहा है। फाइनल वोटर लिस्ट 7 फरवरी, 2026 को पब्लिश की जाएगी।बिहार में SIR का पहला फेज़ सितंबर में असेंबली इलेक्शन से पहले पूरा हो गया था।