

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक अजीब सलाह में दावा किया जा रहा है कि मिर्गी के मरीज को गंदे जुराब सुंघाने से दौरा रुक सकता है। क्या यह सिर्फ अफवाह है या इसमें कोई सच्चाई भी है? पढ़िए एक्सपर्ट की राय और सही मेडिकल दृष्टिकोण।
मिर्गी का इलाज (सोर्स-गूगल)
New Delhi: हाल ही में सोशल मीडिया पर एक हैरान कर देने वाला ट्रेंड वायरल हुआ है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि मिर्गी के मरीज को दौरे के दौरान गंदे जुराब सुंघाने से उसका दौरा रुक सकता है। इस अजीबो-गरीब सलाह पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ लोग इसे देसी घरेलू नुस्खा बता रहे हैं, तो कुछ इसे बेतुकी अफवाह मान रहे हैं।
क्या कहती हैं न्यूरोलॉजिस्ट?
इस विषय पर विशेषज्ञ डॉक्टर आराधना चौहान ने बताया कि यह दावा पूरी तरह से वैज्ञानिक प्रमाणों से रहित है। मिर्गी एक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन है, जिसमें मस्तिष्क असामान्य रूप से विद्युत संकेत भेजता है। ऐसे में बदबू या किसी तीव्र गंध से मरीज थोड़े समय के लिए होश में आ सकता है, लेकिन यह दौरा रोकने का इलाज नहीं है।
गंदे जुराब सुंघाना क्यों हो सकता है खतरनाक?
बैक्टीरिया का खतरा – पुराने गंदे जुराबों में हानिकारक बैक्टीरिया होते हैं, जो व्यक्ति को संक्रमण दे सकते हैं।
लक्षणों को नजरअंदाज करना – इस तरह के उपाय असली इलाज को टालने का काम करते हैं, जिससे मरीज की हालत और बिगड़ सकती है।
गलत प्रैक्टिस – दौरे के दौरान किसी भी घरेलू उपाय का इस्तेमाल मरीज की जान के लिए जोखिम भरा हो सकता है।
मनोवैज्ञानिक प्रभाव – इस तरह की ट्रिक्स से लोग असली चिकित्सा की बजाय अंधविश्वास की ओर मुड़ सकते हैं।
दौरे के समय क्या करना चाहिए?
मिर्गी के दौरे के दौरान मरीज की सुरक्षा सबसे जरूरी होती है। ऐसे में सबसे पहले मरीज को जमीन पर करवट से सुलाएं और उसके सिर के नीचे कोई नरम वस्तु रखें ताकि सिर में चोट न लगे। मुंह में कुछ भी न डालें, क्योंकि इससे दम घुटने या चोट लगने का खतरा बढ़ सकता है। यदि दौरा 5 मिनट से अधिक समय तक चलता है, तो बिना देर किए तुरंत मेडिकल सहायता लें। दौरा समाप्त होने के बाद मरीज को पूरा आराम दें और स्थिति की गंभीरता को समझते हुए डॉक्टर से संपर्क करना न भूलें।
डिस्क्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जनजागरूकता के उद्देश्य से साझा की गई है। मिर्गी या किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या से जुड़ी स्थिति में किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले योग्य चिकित्सा विशेषज्ञ की सलाह लेना अनिवार्य है।