Stock Market: गांधी जयंती के बाद शेयर बाजार हुआ धड़ाम, सेंसेक्स में 300 अंकों की गिरावट; निफ्टी के हैं ये हाल

आज के कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 299 अंकों की गिरावट के साथ 80,684.14 पर खुला, जबकि निफ्टी 50 में भी लाल निशान देखने को मिले। वैश्विक बाजारों के उतार-चढ़ाव और घरेलू निवेशकों की चिंता के कारण यह गिरावट देखने को मिली।

Updated : 3 October 2025, 11:53 AM IST
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New Delhi: आज के कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर गिरावट का रुख देखने को मिला। बीएसई सेंसेक्स 299.17 अंकों की गिरावट के साथ 80,684.14 पर खुला, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 76.75 अंकों की गिरावट के साथ 24,759.55 पर खुला। गांधी जयंती की छुट्टी के बाद शुक्रवार को शेयर बाजार में मंदी का रुख देखने को मिला।

करीब 9:25 बजे तक सेंसेक्स 97.51 अंक यानी 0.13 प्रतिशत गिरकर 80,881 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि निफ्टी 50 में 64.40 अंक या 0.26 प्रतिशत की गिरावट आई, और यह 24,771.90 पर कारोबार कर रहा था। सेंसेक्स के भीतर कुछ बड़े नामों में टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, ऐक्सिस बैंक, और बीईएल हरे निशान में ट्रेड कर रहे थे, जबकि बजाज फाइनेंस, एमएडएम और मारुति जैसी कंपनियां लाल निशान में थीं।

1 अक्टूबर को क्या था बाजार का हाल?

सोमवार के कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर बाजार में तेजी देखी गई थी। 30 अंकों वाले सेंसेक्स ने 715.69 अंक यानी 0.89 प्रतिशत की बढ़त हासिल की थी और यह 80,983.31 अंकों पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 50 इंडेक्स ने 225.20 अंक यानी 0.92% की वृद्धि के साथ 24,836.30 पर कारोबार खत्म किया। यह तेजी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा की गई मौद्रिक नीति समिति के फैसले के बाद आई थी।

आरबीआई ने रेपो रेट को 5.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का फैसला किया था, जिसके बाद बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में खरीदारी का रुख बढ़ गया था, और इसने भारतीय शेयर बाजार को हरे निशान में पहुंचा दिया था। हालांकि, आरबीआई के फैसले से पहले इंडेक्स में उतार-चढ़ाव देखा गया था, लेकिन अंततः बाजार ने तेजी दिखाई।

वैश्विक बाजार का असर

गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजार में टेक सेक्टर में मजबूती देखने को मिली। वॉल स्ट्रीट ने नए रिकॉर्ड स्तरों को पार किया, जिससे अमेरिकी बाजार में तेजी आई। वहीं, एशियाई बाजारों में मिलाजुला कारोबार रहा। जापान के निक्केई इंडेक्स में 0.42 प्रतिशत की बढ़त देखी गई, और जापान का बेरोजगारी दर 2.6 प्रतिशत पर पहुंच गया, जो कि अपेक्षित 2.4 प्रतिशत से अधिक था। इसके बावजूद, जापान के बाजार में सकारात्मक रुझान देखा गया।

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सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान में

ऑस्ट्रेलिया का एसएडपी/एएसएक्स 200 इंडेक्स 0.17 प्रतिशत गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि चीन और दक्षिण कोरिया के बाजारों में छुट्टियां होने के कारण कोई महत्वपूर्ण कारोबारी गतिविधि नहीं हुई।

क्या हैं बाजार की चुनौतियां?

भारतीय शेयर बाजार में हाल की गिरावट कई कारणों से हो सकती है। सबसे पहला कारण यह है कि वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बनी हुई है। अमेरिकी इक्विटी बाजारों में तेजी के बावजूद, एशियाई बाजारों में सपाट कारोबार और कुछ बाजारों में गिरावट देखी जा रही है, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है। इसके अलावा, घरेलू स्तर पर भी कुछ आर्थिक आंकड़ों के आधार पर निवेशकों का मनोबल कमजोर हुआ है।

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गांधी जयंती की छुट्टी के बाद, बाजार में रिकवरी की उम्मीद थी, लेकिन मौजूदा गिरावट ने निवेशकों को थोड़ा चिंतित किया है। इसके बावजूद, कुछ निवेशकों का मानना है कि यह एक अस्थायी गिरावट हो सकती है, और लंबे समय में बाजार में फिर से उछाल आ सकता है, खासकर यदि आर्थिक सुधार और सकारात्मक रिजल्ट्स जारी रहते हैं।

निवेशकों के लिए क्या हो सकती है रणनीति?

इस समय बाजार में थोड़ी अस्थिरता देखने को मिल रही है, लेकिन दीर्घकालिक निवेशक इस गिरावट को अवसर के रूप में देख सकते हैं। बाजार की अस्थिरता से बचने के लिए निवेशकों को अपनी पोर्टफोलियो को विविधित करने की सलाह दी जाती है, ताकि वे जोखिमों को कम कर सकें। इसके अलावा, निवेशकों को अपने निवेश को सही समय पर और सही कंपनियों में लगाने पर ध्यान देना चाहिए।

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रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति, वैश्विक बाजारों के उतार-चढ़ाव, और घरेलू आर्थिक स्थिति के आधार पर बाजार की दिशा तय होगी। अगर भारतीय बाजार में स्थिरता आती है और आर्थिक सुधार जारी रहते हैं, तो अगले कुछ महीनों में बाजार में सकारात्मक रुझान देखने को मिल सकता है।

कुल मिलाकर, शेयर बाजार में इन दिनों उतार-चढ़ाव जारी है। हालांकि, बाजार में कुछ कंपनियां हरे निशान में ट्रेड कर रही हैं, लेकिन बड़ी संख्या में कंपनियों के शेयर लाल निशान में हैं। निवेशकों को सतर्क रहकर बाजार की दिशा को समझने और दीर्घकालिक निवेश की योजना बनाने की आवश्यकता है।

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  • New Delhi

Published : 
  • 3 October 2025, 11:53 AM IST