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गोरखपुर के सहजनवां थाना क्षेत्र में पुलिस ने बड़ी संवेदनशीलता दिखाते हुए 12 वर्षीय गुमशुदा बालक को सिर्फ तीन घंटे में सुरक्षित बरामद कर लिया। स्कूल जाते समय रास्ता भटकने के बाद बच्चे की तलाश में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, पूछताछ और कांबिंग अभियान चलाया।
पुलिस ने लापता बच्चे को ढूंढ निकाला
Gorakhpur: गोरखपुर जनपद की सहजनवां पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया कि संवेदनशीलता और तत्परता अगर एक साथ काम करे तो बड़ी से बड़ी मुश्किल भी कुछ ही समय में हल की जा सकती है। मंगलवार को एक 12 वर्षीय बच्चे के लापता होने की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और मात्र तीन घंटे में बच्चे को सुरक्षित बरामद कर उसके परिजनों को सौंप दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह घटना 2 दिसंबर की शाम करीब 4 बजे की है। ग्राम बड़गो बौरव्यास, थाना बखिरा (जनपद संतकबीर नगर) निवासी 12 वर्षीय बच्चा स्कूल के लिए घर से निकला था। बताया जा रहा है कि उसे आखिरी बार सहजनवां थाना क्षेत्र के नेवास चौराहा के पास देखा गया। समय बीतता गया, लेकिन बच्चा घर नहीं लौटा, जिससे परिवार काफी चिंतित हो गया। बच्चे के गुम हो जाने की आशंका के साथ परिजनों ने तत्काल पुलिस से संपर्क किया।
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सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देशन, पुलिस अधीक्षक उत्तरी के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी गीडा के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष सहजनवां महेश चौबे ने एक विशेष खोज टीम का गठन किया। टीम ने बिना समय गंवाए इलाके में गहन तलाशी शुरू की। पुलिस ने सभी संभावित स्थानों, चौराहों, दुकानों, गलियों और आस-पास के मार्गों पर खोजबीन की। साथ ही सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई और स्थानीय लोगों से लगातार पूछताछ भी की गई।
पुलिस की मेहनत जल्द ही रंग लाई। जांच के दौरान पुलिस को बच्चे का पता एक सुरक्षित स्थान पर मिला। वह रास्ता भटक गया था और डर के कारण अपने घर की तरफ लौट नहीं पा रहा था। पुलिस टीम ने बच्चे को सांत्वना देकर थाने पहुंचाया और बाद में उसे उसके परिवार के सुपुर्द कर दिया। बच्चे को सुरक्षित देखकर परिवार भावुक हो उठा और पुलिस की प्रशंसा करते नहीं थका।
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थानाध्यक्ष महेश चौबे ने बताया कि गुमशुदा बच्चों से जुड़े मामलों में हर सेकंड महत्वपूर्ण होता है। इसलिए पुलिस पूरी गंभीरता, संवेदनशीलता और दक्षता के साथ काम करती है। त्वरित कार्रवाई ही बच्चे को कुछ घंटों में सुरक्षित वापस लाने का कारण बनी।