

लालकुआं नगर और इसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत बेहद चिंताजनक है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत ने सभी को चौंकाया
लालकुआं : लालकुआं नगर और इसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत बेहद चिंताजनक है। सरकारी अस्पतालों में मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है, जिससे आमजन को इलाज के लिए विकल्पहीनता का सामना करना पड़ता है। इस शून्य का फायदा उठाते हुए झोलाछाप डॉक्टरों ने गली-मोहल्लों में धड़ल्ले से क्लीनिक खोल लिए हैं, जहां बिना किसी डिग्री या पंजीकरण के हर तरह की बीमारी का इलाज किया जा रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, इन झोलाछापों का दावा होता है कि वे हर बीमारी का इलाज कर सकते हैं — चाहे वह मौसमी बुखार हो, पीलिया, टीवी, डेंगू, पथरी, या फिर कोविड जैसी गंभीर बीमारियां। बिना किसी वैध प्रमाणपत्र या चिकित्सकीय प्रशिक्षण के ये लोग मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। खासकर मौसमी बीमारियों की बढ़ती संख्या और सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों व दवाइयों की कमी के कारण गरीब और मध्यमवर्गीय लोग मजबूरी में इन्हीं क्लीनिकों का रुख कर रहे हैं।
लालकुआं क्षेत्र में बिना लाइसेंस चल रहे इन झोलाछाप क्लीनिकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग इस पर आंख मूंदे बैठा है। पूर्व में झोलाछापों के गलत इलाज के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है, लेकिन प्रशासन हर बार हादसे के बाद कुछ दिनों तक सक्रिय दिखता है और फिर पुरानी लापरवाही की चादर ओढ़ लेता है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि यह पूरा गोरखधंधा प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे की नाक के नीचे खुलेआम चल रहा है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर महज दिखावा किया जाता है। जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं और स्वास्थ्य महकमे की इस उदासीनता ने झोलाछाप डॉक्टरों के हौसले और बुलंद कर दिए हैं।
जरूरत है कि स्वास्थ्य विभाग तत्काल प्रभावी कदम उठाए और अवैध रूप से चल रहे क्लीनिकों पर सख्त कार्रवाई करे। साथ ही, सरकारी अस्पतालों में मूलभूत सुविधाओं और चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, ताकि आम नागरिक सुरक्षित और योग्य इलाज पा सकें। वरना यह लापरवाही भविष्य में और बड़ी त्रासदियों को जन्म दे सकती है।