

पिथौरागढ़ में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने की प्रक्रिया तेज हो गई है। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया। अस्थायी केंद्र कलेक्ट्रेट परिसर में स्थापित होगा, जिससे सीमांत जिलों को पासपोर्ट सेवाओं में बड़ी राहत मिलेगी।
पिथौरागढ़ में पासपोर्ट सेवा केंद्र की बहुप्रतीक्षित मांग
Pithoragarh: जनपद में रहने वाले हजारों नागरिकों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है। पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) की स्थापना की दिशा में अब ठोस पहल शुरू हो चुकी है। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने आज संबंधित अधिकारियों के साथ प्रस्तावित स्थलों का स्थलीय निरीक्षण किया और अस्थायी केंद्र की स्थापना को लेकर निर्देश जारी किए।
जिलाधिकारी ने डाक अधीक्षक राजेश कुमार बिनवाल, एडीएम योगेन्द्र सिंह और अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट परिसर के पीछे स्थित भवनों का निरीक्षण किया, जहाँ सहायक निदेशक (बचत कार्यालय) और जिला होमगार्ड कमांडेंट कार्यालय पहले से संचालित हैं। यहां अस्थायी पासपोर्ट सेवा केंद्र को संचालित करने की योजना है। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि कलेक्ट्रेट परिसर में कुछ कक्षों का चयन कर अस्थायी केंद्र शीघ्र शुरू किया जाएगा ताकि क्षेत्रीय जनता को समयबद्ध और सुगम सेवा मिल सके।
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पासपोर्ट सेवा केंद्र केवल पिथौरागढ़ के लिए ही नहीं, बल्कि चंपावत और बागेश्वर जैसे सीमांत जिलों के लिए भी उपयोगी साबित होगा। अभी तक इन जिलों के लोगों को पासपोर्ट बनवाने के लिए हल्द्वानी या देहरादून जैसे दूरस्थ शहरों की यात्रा करनी पड़ती थी। जिलाधिकारी ने कहा, यह केंद्र सीमांत क्षेत्र के लोगों को पासपोर्ट संबंधी सेवाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराएगा, जिससे समय और धन दोनों की बचत होगी।
जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी
हाल में प्राप्त एक आधिकारिक ईमेल के अनुसार, यदि जिला प्रशासन भवन की व्यवस्था सुनिश्चित कर देता है, तो भारत सरकार द्वारा POPSK की अनुमति दी जाएगी। इस क्रम में जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि स्थायी केंद्र को प्रधान डाकघर परिसर के पास ही स्थापित किया जाना है, ताकि सभी आवश्यक तकनीकी और लॉजिस्टिक सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हो सकें।
इसके लिए दो संभावित स्थान चिन्हित किए गए हैं:
1. वर्तमान पार्किंग क्षेत्र को व्यवस्थित कर POPSK के रूप में विकसित करना।
2. किसी अन्य उपयुक्त स्थल का चयन कर स्थायी भवन का निर्माण करना।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस पहल से डिजिटल इंडिया अभियान, ई-गवर्नेंस और पारदर्शिता को बल मिलेगा। अस्थायी केंद्र के लिए चयनित कक्षों को तकनीकी दृष्टि से सुसज्जित किया जाएगा और डाक विभाग के सहयोग से इसे क्रियान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा, यह एक महत्वपूर्ण कदम है जिससे सीमांत जिलों की जनता को सरकारी सेवाओं का वास्तविक लाभ मिल सकेगा।
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निरीक्षण के दौरान कोषागार परिसर का भी भ्रमण किया गया, जहां जिलाधिकारी ने वरिष्ठ नागरिकों की सुविधा के लिए बैठने हेतु बेंच और पेयजल के लिए आरओ सिस्टम लगाए जाने के निर्देश दिए। यह कदम नागरिकों की मूलभूत आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
पासपोर्ट सेवा केंद्र की स्थापना से स्पष्ट है कि पिथौरागढ़ प्रशासन जनता की जरूरतों को लेकर सजग और सक्रिय है। इस पहल से सीमांत क्षेत्र के निवासियों को न सिर्फ समय पर सेवा मिलेगी, बल्कि उन्हें शासन की योजनाओं और सुविधाओं से सीधे जोड़ने में भी मदद मिलेगी।