

कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व में पर्यटकों की लंबे समय से चली आ रही फुल डे सफारी की मांग पर प्रशासन ने शासन को प्रस्ताव भेजा है। अनुमति मिलते ही पर्यटक पूरे दिन जंगल भ्रमण कर सकेंगे, जिससे पर्यटन व स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ मिलेगा।
कॉर्बेट में पूरे दिन सफारी की तैयारी
Ramnagar: कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। पर्यटकों और पर्यटन कारोबारियों की लंबे समय से चली आ रही मांग पर कॉर्बेट प्रशासन ने फुल डे सफारी की बहाली के लिए शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। अगर यह प्रस्ताव मंजूरी पा लेता है, तो यह फैसला न केवल पर्यटकों के अनुभव को समृद्ध करेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था, पर्यटन कारोबार और सरकारी राजस्व को भी नई उड़ान देगा।
फिलहाल कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व में पर्यटकों को केवल दो पालियों सुबह और शाम की सफारी की अनुमति है। इससे पर्यटक जंगल में सीमित समय ही बिता पाते हैं। इस कारण न सिर्फ उनका अनुभव अधूरा रह जाता है, बल्कि पर्यटन से जुड़े स्थानीय लोगों को भी सीमित लाभ मिलता है।
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कॉर्बेट पार्क के निदेशक डॉ. साकेत बड़ोला ने जानकारी दी कि पर्यटकों और पर्यटन व्यवसायियों द्वारा लगातार फुल डे सफारी की मांग की जा रही थी। इसे ध्यान में रखते हुए एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर शासन और विभागीय मुख्यालय को भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो पर्यटक सुबह से लेकर शाम तक वन भ्रमण, वन विश्राम गृह में विश्राम और शाम की सफारी का भी पूरा आनंद ले सकेंगे।
डॉ. बड़ोला ने बताया कि फुल डे सफारी की अनुमति से जहां एक ओर पर्यटक वन्यजीवों और प्राकृतिक सौंदर्य का गहराई से अनुभव कर पाएंगे, वहीं कॉर्बेट पार्क की आय में भी वृद्धि होगी। साथ ही उन्होंने बताया कि जंगल के अंदर स्थित रेस्ट हाउस में विश्राम और पूरे दिन की गतिविधियों के लिए भी विशेष व्यवस्था की जाएगी।
यदि अनुमति मिल जाती है, तो पर्यटक सुबह से शाम तक पार्क में रुक सकते हैं, सफारी का आनंद ले सकते हैं और जंगल का पूरा अनुभव प्राप्त कर सकेंगे। इससे पर्यटकों का संतोष और संख्या दोनों बढ़ेंगे।
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पर्यटन व्यवसायी संजय छिमवाल ने कहा, फुल डे सफारी की शुरुआत से पर्यटकों की संख्या में निश्चित तौर पर इजाफा होगा। यह स्थानीय रोजगार, होटल व्यवसाय और जीप ऑपरेटरों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। साथ ही, इससे शासन को भी अधिक राजस्व मिलेगा।