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राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश सचिव समीर खान के नेतृत्व में रालोद कार्यकर्ताओं ने डोईवाला एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बाहरी व्यक्तियों के व्यवसायों और निवास का पुलिस सत्यापन कराने की मांग की गई, ताकि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
Dehradun: देहरादून के डोईवाला क्षेत्र में बाहरी व्यक्तियों द्वारा व्यवसाय खोलने और निवास करने की बढ़ती घटनाओं को लेकर राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने चिंता जताई है। प्रदेश सचिव समीर खान के नेतृत्व में रालोद कार्यकर्ताओं ने सोमवार को डोईवाला तहसील मुख्यालय में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
रालोद का कहना है कि डोईवाला कोतवाली क्षेत्र में काफी संख्या में लोग बिना किसी पुलिस सत्यापन के किराये पर दुकानें और मकान लेकर रह रहे हैं। इसके चलते क्षेत्र में चोरी, ठगी और अन्य आपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि फेरीवाले और बाहरी लोग क्षेत्र की गलियों और बाजारों में लगातार घूम-घूमकर रेकी करते हैं और इसके बाद चोरी जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। इसके अलावा, कुछ लोग बिना सत्यापन के दुकानों और ठेलियों का संचालन कर रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।
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समीर खान ने बताया कि कुछ बाहरी लोग व्यापार के नाम पर आम जनता के साथ ठगी भी कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय नागरिकों के पास इन लोगों की पहचान और प्रमाणिकता जांचने का कोई सरल माध्यम नहीं है।
ज्ञापन में रालोद ने कहा कि बाहरी लोगों की लगातार बढ़ती संख्या से क्षेत्र का सामाजिक माहौल भी प्रभावित हो रहा है। स्थानीय लोग अब अपने आसपास की गतिविधियों को लेकर सतर्क रहने पर मजबूर हैं। समीर खान ने स्पष्ट किया कि इस प्रकार की गतिविधियों से कानून-व्यवस्था कमजोर हो रही है और क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों की सुरक्षा को खतरा पैदा हो रहा है।
ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है कि डोईवाला कोतवाली क्षेत्र सहित आसपास के क्षेत्रों में रहने और व्यापार करने वाले सभी बाहरी व्यक्तियों का पुलिस सत्यापन कराया जाए। इसके अलावा, उनकी पहचान और दस्तावेजों की विधिवत जांच की जाए ताकि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनी रहे और आम नागरिक स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें।
डोईवाला में बाहरी व्यक्तियों के व्यवसायों पर चिंता
ज्ञापन सौंपने वालों में फुरकान अली, साजिद, शहीद और फरीद सहित अन्य रालोद कार्यकर्ता शामिल थे। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक मांग नहीं है, बल्कि क्षेत्र में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए एक आवश्यक कदम है।
समीर खान ने मीडिया से बातचीत में बताया कि रालोद स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के प्रति सतर्क है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि बाहरी व्यापारियों और निवासियों का सत्यापन जल्द से जल्द कराया जाए।
विशेषज्ञों का मानना है कि बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन से न केवल सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय व्यवसायियों को भी विश्वास मिलेगा। इससे चोरी, ठगी और अन्य आपराधिक घटनाओं पर नियंत्रण रखना आसान होगा।
रालोद कार्यकर्ता इस मुद्दे पर लगातार निगरानी बनाए रखने और प्रशासन से सकारात्मक कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि प्रशासन उचित कदम उठाता है तो क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बेहतर होगी और लोग सुरक्षित महसूस करेंगे।