UP STF की बड़ी कामयाबी: ‘भाग्यलक्ष्मी’ वेबसाइट से लूटी करोड़ों की लक्ष्मी, दो सगे भाइयों को दबोच कर किया खुलासा

उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने कानपुर में चल रहे एक संगठित ऑनलाइन गेमिंग और लॉटरी स्कैम का भंडाफोड़ किया है। दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया गया है, जो playbhagyalaxmi.net.in वेबसाइट के जरिए लोगों से करोड़ों की ठगी कर रहे थे।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 7 October 2025, 7:56 PM IST
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Kanpur: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को एक बड़ी कामयाबी मिली है। एसटीएफ ने एक ऐसे संगठित गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को कानपुर से गिरफ्तार किया है, जो कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से ऑनलाइन गेमिंग और लॉटरी स्कैम को अंजाम दे रहे थे। ये आरोपी एक वेबसाइट के जरिए करोड़ों रुपये की ठगी कर रहे थे।

दोनों आरोपी सगे भाई

गिरफ्तार आरोपियों के नाम रजत केशरी (25) और किशन केशरी (23) हैं। दोनों सगे भाई हैं और मूल रूप से वाराणसी के निवासी हैं, लेकिन वर्तमान में कानपुर के किदवई नगर में रह रहे थे। दोनों ने इंटरमीडिएट तक पढ़ाई की है। एसटीएफ ने इन दोनों को 6 अक्टूबर 2025 की रात 11:53 बजे थाना किदवई नगर क्षेत्र स्थित किदवई पार्क के पास से गिरफ्तार किया।

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कब्जे से क्या-क्या मिला?

गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 5 मोबाइल फोन, 3 लैपटॉप, 3 एटीएम कार्ड, 2 पैन कार्ड, 3 आधार कार्ड और ऑनलाइन स्कैम से संबंधित 31 स्क्रीनशॉट्स बरामद किए गए हैं।

स्कैम का तरीका

पूछताछ में दोनों भाइयों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में वे अपने मौसा महेन्द्र केशरी के पास पुणे चले गए थे। वहीं से उन्होंने https://playbhagyalaxmi.net.in/ नाम की वेबसाइट बनवाई। वेबसाइट बनाने में Webtron Technologies Pvt. Ltd. के निदेशक राजनीश कुमार दुबे ने मदद की थी।

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गिरोह का संचालन बेहद संगठित तरीके से होता था। आरोपी कई शहरों में अपने काउंटर एजेंट्स के जरिए “0 से 9” अंकों वाले टिकटों की बिक्री कराते थे। ग्राहक व्हाट्सऐप या सीधे काउंटर से टिकट खरीदते थे। फिर डेटा को thefun.co.in वेबसाइट पर फीड किया जाता था। 20 मिनट बाद उस अंक को विजेता घोषित किया जाता था, जिसे सबसे कम लोगों ने खरीदा होता था, यानी धोखाधड़ी सुनिश्चित थी। इस अवैध कारोबार को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने फर्जी आधार कार्डों से सिम कार्ड खरीदे। इन सिम कार्ड्स से व्हाट्सऐप अकाउंट बनाए गए, जिनसे ग्राहक समूह (WhatsApp Groups) बनाए जाते और टिकट बुकिंग की जाती।

करोड़ों की राजस्व हानि

एसटीएफ के मुताबिक इस गिरोह द्वारा अब तक करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की जा चुकी है। जिससे राज्य सरकार को बड़े पैमाने पर राजस्व हानि हुई है। यह नेटवर्क उत्तर प्रदेश के वाराणसी, प्रयागराज, जौनपुर, चंदौली और कानपुर सहित अन्य राज्यों में भी फैला हुआ है। मुख्य सरगनाओं में महेन्द्र केशरी, संदीप कटारिया, शिवम केशरी, सत्यम केशरी (पुणे) और संदीप पाठक (प्रयागराज) के नाम सामने आए हैं। इनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।

Location : 
  • Kanpur

Published : 
  • 7 October 2025, 7:56 PM IST