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रायबरेली में एक बुजुर्ग की सड़क दुर्घटना में जहाँ मौत होंगे वहीं एक मानसिक रोगी बुजुर्ग महिला कुंए में गिर गई। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
रायबरेली: जिले के ऊंचाहार और डीह थाना क्षेत्रों में हुई दो अलग-अलग घटनाओं ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। पहली घटना में एक बुजुर्ग व्यक्ति की सड़क हादसे में मौत हो गई, जबकि दूसरी घटना में एक मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला को ग्रामीणों और फायर ब्रिगेड की मदद से कुएं से सुरक्षित बाहर निकाला गया।
ऊंचाहार में सड़क दुर्घटना में बुजुर्ग की मौत
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सोमवार रात ऊंचाहार क्षेत्र के चड़रई चौराहा पर एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें 60 वर्षीय धर्मेंद्र प्रताप सिंह की जान चली गई। धर्मेंद्र, जिन्हें स्थानीय लोग "राय साहब" के नाम से जानते थे, जगतपुर कोतवाली क्षेत्र के परशुराम ठेकई मजरे हरपुर हल्ला के निवासी थे। बताया जाता है कि वे गंगा घाट पर स्नान करने गए थे और लौटते समय यह हादसा हुआ।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, प्रयागराज से लखनऊ जा रही एक तेज रफ्तार बोलेरो ने उनकी साइकिल को पीछे से टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि धर्मेंद्र प्रताप सिंह सड़क पर गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत एम्बुलेंस की व्यवस्था की और उन्हें सीएचसी जगतपुर पहुंचाया। लेकिन वहां पहुंचने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कोतवाल संजय कुमार ने बताया कि मृतक की पहचान के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। उन्होंने आगे बताया कि दुर्घटना के बाद बोलेरो चालक वाहन समेत मौके से फरार हो गया। हल्का दरोगा सौरभ मालिक मामले की जांच में जुटे हुए हैं और फरार वाहन की तलाश की जा रही है।
डीह में कुएं में गिरी महिला की बची जान
वहीं, दूसरी घटना डीह थाना क्षेत्र के पूरे नया पुरवा मजरे कस्बा डीह में हुई। यहां 60 वर्षीय राजपती पत्नी रामकुमार, जो मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं, आम के बाग के पास बैठी थीं। अचानक उनका संतुलन बिगड़ा और पास के एक पुराने कुएं में गिर गईं।
राजपती के कुएं में गिरते ही आसपास जानवर चरा रहे ग्रामीणों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। उनकी आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। बिना देरी किए ग्रामीणों ने चारपाई और रस्सी का प्रबंध किया। इसी दौरान फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद रस्सी और चारपाई की मदद से राजपती को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
महिला को जीवित देखकर वहां मौजूद सभी ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। राजपती के बड़े बेटे अरविंद कुमार ने वहां मौजूद सभी ग्रामीणों और फायर ब्रिगेड टीम का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यदि समय पर सभी लोग मदद न करते तो एक बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
चिकित्सकीय देखभाल के बाद खतरे से बाहर
कुएं से बाहर निकालने के बाद राजपती को 108 एम्बुलेंस से डीह सीएचसी ले जाया गया। वहां प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. सत्यपाल ने उनकी प्राथमिक जांच की और बताया कि अब वे खतरे से बाहर हैं। हालांकि, परिवारजन बेहतर इलाज के लिए उन्हें जिला अस्पताल ले गए, जहां उनका उचित उपचार जारी है।